दोपहिया निर्माता एचओपी इलेक्ट्रिक के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी केतन मेहता ने सोमवार को कहा कि कंपनी हर साल 5 लाख वाहन की उपादन क्षमता वाला इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) पार्क लगाने के लिए राजस्थान के नीमराणा में 60 एकड़ जमीन खरीद रही है।
उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘परियोजना के पूरी तरह चालू होने और हमारे कलपुर्जा आपूर्तिकर्ताओं और भागीदारों द्वारा सेवाएं मुहैया कराए जाने पर कुल निवेश करीब 1,000 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा।’
उन्होंने कहा कि यह निवेश 3-4 साल की अवधि के दौरान किया जाएगा।
इस निवेश में एचओपी की भागीदारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसे लेकर आंकड़ा फिलहाल उपलब्ध नहीं है, क्योंकि पार्क के डिजाइन को लेकर चर्चाएं चल रही हैं।
उन्होंने कहा कि फरवरी में अपनी पीएलआई योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा शामिल की गई एचओपी कर्ज लेकर और इक्विटी बिक्री के जरिये नीमराणा पार्क के लिए पूंजी जुटाएगी।
कंपनी ईवी पार्क में चरणबद्ध तरीके से अपनी निर्माण इकाई की स्थापना करेगी। मेहता ने कहा, ‘पार्क पूरा होने पर हमारी इकाई की कुल क्षमता 5 लाख वाहन सालाना होगी।’
उन्होंने कहा कि एचओपी अपने इस पार्क में मौजूद भूखंड कई कलपुर्जा निर्माताओं को अपने संयंत्र लगाने के लिए लीज पर देगी। ये संयंत्र खासकर इस दोपहिया निर्माता को कलपुर्जों की आपूर्ति करेंगे।
60 एकड़ भूमि का अधिग्रहण शुरुआती चरण में है और यह जनवरी 2023 तक पूरा हो सकता है।
कंपनी ने सोमवार को 1.25 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) की शुरुआती कीमत पर अपनी इलेक्ट्रिक बाइक ‘ऑक्सो’ को पेश किया। इसकी सर्वाधिक गति 90 किलोमीटर प्रति घंटा है। यदि 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इसे चलाया जाए तो ई-बाइक एक बार चार्ज होने पर 150 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है।
मेहता ने कहा कि कंपनी को ऑक्सो की पेशकश से पहले ही इसे करीब 5,000 बुकिंग हासिल हो चुकी हैं।
एचओपी को 30 सितंबर से अपने ग्राहकों को ऑक्सो की लदानें शुरू होने की संभावना है और उसने 2023 के अंत तक 50,000-60,000 ऑक्सो ई-बाइकें बेचने का लक्ष्य रखा है।
राजस्थान के जयपुर में एचओपी का संयंत्र पहले से ही मौजूद है, जिसमें वह हर साल 1.2 लाख वाहनों का निर्माण कर सकती है। इस साल के शुरू में, एचओपी को सूचीबद्ध प्रमुख निवेशक से मौजूदा 1 करोड़ डॉलर की प्री-सीरीज कोष उगाही के तहत 26 लाख डॉलर की रकम हासिल हुई।
मेहता ने कहा कि नीमराणा में कंपनी के संयंत्र का पहला चरण 2023 के अंत तक पूरा हो जाने की संभावना है।
