हिंडाल्को इंडस्ट्रीज की चल रही विस्तार परियोजनाओं में 10 अरब डॉलर का निवेश शामिल होगा। यह जानकारी कंपनी की सालाना आम बैठक में आज चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने शेयरधारकों को दी। नोवेलिस में चल रहे विस्तार के अलावा इस निवेश में एल्युमीनियम और तांबा स्मेल्टर विस्तार की योजनाएं भी शामिल हैं।
बिड़ला ने अपने भाषण में कहा, ‘भारत के कारोबार और नोवेलिस में हमारे विस्तार से चालू परियोजनाओं के साथ-साथ निकट अवधि में अनुमानित परियोजनाओं के लिए 10 अरब डॉलर का भी निवेश किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि इसमें एल्युमीनियम और तांबा स्मेल्टर का विस्तार, आदित्य एफआरपी संयंत्र, रायगड़ में नई एल्युमिना रिफाइनरी और नोवेलिस में बे मिननेट का विस्तार शामिल है।
प्रत्येक बारे में विस्तार से भी उन्होंने बताया। उन्होंने कहा, ‘हिंडाल्को ने अपनी तांबा गलाने की क्षमता का विस्तार करने की योजना बनाई है और इस महत्त्वपूर्ण धातु के लिए देश की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए गुजरात में एक पुराने संयंत्र स्थापित करने के बारे में सोच रही है।’
एल्युमीनियम और तांबे के विस्तार की जरूरतों के बारे में उन्होंने कहा, ‘हिंडाल्को भारत की वृद्धि की आकांक्षाओं को सक्षम बनाते हुए हरित परिवर्तन का नेतृत्व करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसका मतलब होगा कि हमारे परिचालन में बड़े और छोटे पैमाने पर हमें साहसिक कदम उठाना पड़ेगा।’
बिड़ला ने बताया कि हिंडाल्को ओडिशा के रायगड़ में एक नई एल्युमीना रिफाइनरी स्थापित कर रही है। पहले चरण में 8.5 लाख टन वित्त वर्ष 2027 तक चालू होने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि हिंडाल्को ओडिशा में अपने आदित्य एल्युमीनियम स्मेल्टर में करीब 2 लाख टन पुराने संयंत्र के विस्तार का भी मूल्यांकन कर रही है।