एचडीएफसी लिमिटेड का विलय एचडीएफसी बैंक में होने के बाद पहली बार कोई भारतीय इकाई दुनिया के सबसे मूल्यवान बैंकों की सूची में जगह बनाएगी। मकानों के लिए कर्ज देने वाली कंपनी एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का विलय शनिवार से प्रभावी हो जाएगा।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक विलय के बाद एचडीएफसी बैंक बाजार पूंजीकरण (mcap) के लिहाज से जेपी मॉर्गन चेस, इंडस्ट्रियल ऐंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना तथा बैंक ऑफ अमेरिका के बाद दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऋणदाता बन जाएगा।
विलय के बाद इसका बाजार मूल्य करीब 172 अरब डॉलर होगा और इसके 12 करोड़ ग्राहक हो जाएंगे, जो जर्मनी की कुल आबादी से भी ज्यादा हैं। एचडीएफसी बैंक बाजार पूंजीकरण के मामले में आईसीआईसीआई बैंक (करीब 79 अरब डॉलर) और भारतीय स्टेट बैंक (करीब 62 अरब डॉलर) को बहुत पीछे छोड़ देगा।
एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने एचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी जगदीश शशिधरन पर भरोसा जताया है। एचडीएफसी में 46 साल बिताने वाले पारेख ने विलय से पहले कंपनी के शेयरधारकों को लिखे आखिरी पत्र में कहा, ‘एचडीएफसी बैंक में अपनी क्षमता साबित करने के बाद हमें विश्वास है कि एकीकृत इकाई के लिए शशि लीडरशिप टीम के साथ मिलकर नए अवसरों का युग गढ़ेंगे…मेरे लिए यह भविष्य के अनुमान और उम्मीद के साथ अलविदा कहने का समय है।’
देश में खुदरा आवास ऋण की शुरुआत करने वाली कंपनी एचडीएफसी के प्रमुख पारेख ने कहा, ‘यह ऋण कारोबार अब एचडीएफसी बैंक की ताकत – बिक्री, बड़े स्तर पर काम करने की क्षमता और उपभोक्ताओं की गहरी समझ – के साथ कदमताल करेगा।’ अभी तक एचडीएफसी बैंक आवास ऋण नहीं देता था और यह काम एचडीएफसी का ही था।
पारेख ने कहा, ‘एचडीएफसी बैंक के लिए आवास ऋण लेने वाला ग्राहक उस सफर की शुरुआत है, जिसमें ग्राहक हमेशा उसके साथ जुड़ा रहेगा।’ उन्होंने कहा कि एचडीएफसी बैंक आवास ऋण लेने वाले ग्राहकों को अब कई तरह के परिसंपत्ति और देयता उत्पाद बेचने की संभावना से उत्साहित है। बैंक के डिजिटल मंचों पर झंझट के बगैर केवल एक क्लिक से यह काम हो जाएगा।’पारेख ने कार्य संस्कृति का भी जिक्र किया, जिसे किसी भी विलय के लिए बड़ी अहम मानी जाती है। उन्होंने कहा, ‘दोनों संगठनों के सबसे अच्छे तौर तरीकों को मिलाकर कार्य संस्कृति बनाई जाएगी और दफ्तर में तौर-तरीके सभी की साझा जिम्मेदारी होते हैं।’
पारेख ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा निवेश मकान पर ही करता है और आवास ऋण की 46 साल की जैसी समझ एचडीएफसी के पास है, वैसी किसी भी दूसरे संगठन के पास नहीं है। उन्होंने कहा, ‘आवास ऋण से लोगों का मजबूत भावनात्मक जुड़ाव होता है।’ पारेख ने कर्मचारियों से कहा कि वे बदलाव को स्वीकार करें और टीम के रूप में काम करें।