अशोक सूता के नेतृत्व वाली हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजिज (Happiest Minds Tech) की नजर अगली कुछ तिमाहियों में तीन से चार डिजिटल अधिग्रहण करने पर है।
कंपनी इसकी मदद से अपना कारोबार वर्ष 2031 तक एक अरब डॉलर के राजस्व लक्ष्य तक पहुंचाना चाहती है। कंपनी इनमें से दो अधिग्रहण इस वित्त वर्ष के अंत तक पूरा करने की योजना बना रही है।
कार्यकारी चेयरमैन अशोक सूता ने एक बयान में कहा कि हमने वर्ष 2031 तक एक अरब डॉलर का स्तर हासिल करने का लक्ष्य तय किया है और हमारा 25 प्रतिशत का अनुमान उसी पर आधारित है। हम यह लक्ष्य हासिल करने के लिए जुटे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि अपने 25 प्रतिशत के इस अनुमान में हम मौजूदा क्षमता विस्तार या अधिग्रहण के बीच अंतर नहीं कर रहे हैं। चालू वर्ष में हम वे महत्वपूर्ण अधिग्रहण करने की उम्मीद कर रहे हैं, जिन्हें हम अब तक पूरा नहीं कर पाए हैं। हम इस एमऐंडएम प्रगति के आधार पर अक्टूबर में अपने अनुमान का लक्ष्य अद्यतन करेंगे।
बेंगलूरु की यह कंपनी अपने अधिग्रहण के लिए कुछ विशिष्ट मानदंडों पर विचार कर रही है। हैपिएस्ट माइंड्स के कार्यकारी वाइस चेयरमैन जोसेफ अनंतराजू ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि पहली बात यह है कि हम डिजिटल क्षेत्र में किसी कंपनी का अधिग्रहण करना चाहते हैं।
कंपनी की नजर 1 करोड़ डॉलर से लेकर 5 करोड़ डॉलर तक के राजस्व वाली कंपनियों पर
आकार के लिहाज से हैपिएस्ट माइंड्स की नजर एक करोड़ डॉलर से लेकर पांच करोड़ डॉलर तक के राजस्व वाली कंपनियों पर है। अनंतराजू ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह लक्ष्य लोगों की मानसिकता और संस्कृति के लिहाज से मेल खाना चाहिए।
हैपिएस्ट माइंड्स द्वारा किया गया सबसे हालिया अधिग्रहण इस साल जनवरी में 111 करोड़ रुपये में मदुरै की आईटी सेवा फर्म श्री मूकाम्बिका इन्फोसोल्युशंस (एसएमआई) का था।