जेनसो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स प्राइवेट लिमिटेड (जीईवीपीएल) ने बुधवार को कहा कि उसे अपने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) के लिए ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई) से प्रमाण-पत्र और मंजूरी मिल गई है।
जीईवीपीएल बीएसई पर सूचीबद्ध जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड की सहायक कंपनी है, जो भारत की सबसे बड़ी हरित ऊर्जा इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) तथा सलाहकार कंपनियों में से एक है। ईवी विनिर्माण में यह कंपनी का पहला कदम है।
कंपनी ने एक बयान में कहा है कि इससे भारतीय बाजार में उसके ईवी की आधिकारिक शुरुआत और बिक्री का रास्ता खुलेगा। बयान में कहा गया है कि एआरएआई की प्रमाणन प्रक्रिया में वाहन के प्रदर्शन, सुरक्षा और वाहन के नियामकीय मानदंडों के अनुपालन का सावधानीपूर्वक आकलन किया जाता है। जेनसोल ईवी ने वाहन की व्यापक परीक्षण प्रक्रिया के दौरान कठोर आकलन को पार करके इन मानदंडों को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अनमोल सिंह जग्गी ने कहा ‘हम एआरएआई के नियमों का पूरी तरह पालन करते हुए भारत में निर्मित अपना पहला इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें ऐसा वाहन विकसित करके अत्यंत गौरवान्वित है, जो सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रदर्शन मापदंडों के अधिकतम मानकों को पूरा करता है और प्रमाणन की जरूरत के अनुसार है।’जग्गी ने नवंबर में इस अखबार के साथ बातचीत में कहा था कि पुणे में
चाकण के संयंत्र में ये तिपहिया, दो-सीट वाले रिवर्स ट्रोइका वाहन निर्मित किए जाएंगे, जो शुरू से ही इलेक्ट्रिक हैं। अहमदाबाद की जेनसोल साल 2019 से बीएसई पर सूचीबद्ध है। जग्गी इलेक्ट्रिक राइड हेलिंग उद्यम ब्लूस्मार्ट के सह-संस्थापक भी हैं। उन्होंने कहा था कि इन-हाउस ईवी को ब्लूस्मार्ट के बेड़े में शामिल किया जाएगा।