facebookmetapixel
Bihar Election Results: महागठबंधन की उम्मीदें क्यों टूटीं, NDA ने डबल सेंचुरी कैसे बनाई?इंडिगो 25 दिसंबर से नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 10 शहरों के लिए शुरू करेगी घरेलू उड़ानेंDelhi Weather Update: सावधान! दिल्ली-NCR में जहरीली हवा का कहर, IMD ने कोल्ड-वेव अलर्ट जारी कियाNowgam Blast: फरीदाबाद में जब्त विस्फोटकों के कारण श्रीनगर में पुलिस थाने में धमाका; 8 की मौत, 27 घायलDecoded: 8वें वेतन आयोग से कर्मचारी और पेंशनरों की जेब पर क्या असर?DPDP के नए नियमों से बढ़ी ‘कंसेंट मैनेजर्स’ की मांगसरकार ने नोटिफाई किए डिजिटल निजी डेटा संरक्षण नियम, कंपनियों को मिली 18 महीने की डेडलाइनबिहार विधानसभा चुनाव 2025: NDA 200 के पार, महागठबंधन की करारी हारबिहार की करारी हार से राजद-कांग्रेस के समक्ष अस्तित्व का संकट, मोदी बोले- पार्टी अब टूट की ओरबिहार में NDA की प्रचंड जीत से बैकफुट पर विपक्ष, चुनाव आयोग पर उठाए सवाल

फ्रांसीसी सीमेंट कंपनी भारत में

Last Updated- December 07, 2022 | 7:40 AM IST

फ्रांसीसी सीमेंट कंपनी विकात एसए भारतीय बाजार में कदम रखने जा रही है। इसके लिए कंपनी ने हैदराबाद की कंपनी सागर सीमेंट्स लिमिटेड (एससीएल)के साथ संयुक्त उपक्रम बनाया है।


इस संयुक्त उपक्रम के  तहत दोनों कं पनियां मिलकर 2,500 करोड़ रुपये की लागत से 55 लाख टन का संयंत्र लगाएंगी। इस संयुक्त उपक्रम में विकात की 51 फीसदी हिस्सेदारी होगी और एससीएल के पास 49 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी। कंपनी यह संयंत्र कर्नाटक के गुलबर्ग जिले में लगाएगी।

सागर सीमेंट्स के संयुक्त प्रबंध निदेशक आनंद रेड्डी ने कहा, ‘इस उपक्रम से हमें अपनी क्षमता का विस्तार कर इस बाजार पर पकड़ मजबूत करने में मदद मिलेगी।’ इस संयुक्त उपक्रम में विकात 524 करोड़ रुपये और एससीएल 196 करोड़ रुपये लगाएगी। बाकी की रकम के लिए विकात समूह ऋण लेगा। विकात एसए  के मुख्य कार्यकारी गाई सिदोस ने कहा कि कंपनी ज्यादा संभावनाओं वाले बाजार में अच्छे सहयोगियों की मदद से अपना विस्तार करना चाहती है।

उन्होंने कहा, ‘हम एशिया और भारत के तेजी से बढ़ते बाजार में मौजूद संभावनाओं का फायदा उठाना चाहते हैं।’ इस संयुक्त उपक्रम के निदेशक मंडल में चार निदेशक विकात के और तीन निदेशक एससीएल के होंगे। कंपनी का मुख्य कार्यकारी नियुक्त करने का अधिकार विकात के पास होगा जबकि चेयरमैन के  नाम का प्रस्ताव एससीएल भी दे सकेगी।

संयुक्त उपक्रम के तहत लगने वाला यह संयंत्र अब से चार साल में कार्य करना शुरू कर देगा। इसके साथ ही उपक्रम 60 मेगावाट क्षमता वाला कोल आधारित कैप्टिव पावर प्लांट भी लगाएगी। विकात  इटली, तुर्की, स्विटजरलैंड और अमेरिका समेत नौ देशों में मौजूद है।

First Published - June 25, 2008 | 12:01 AM IST

संबंधित पोस्ट