पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के पूर्व अनुपालन अधिकारी और कंपनी सचिव, पूर्व स्वतंत्र निदेशकों व अन्य निदेशकों ने बाजार नियामक सेबी को कुल 3.32 करोड़ रुपये का भुगतान कर मामला निपटा लिया है। यह मामला कंपनी के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी विजय शेखर शर्मा व उनके रिश्तेदारों को लाभ दिए जाने का फैसला लेते समय पूर्व निदेशकों की नाकामी से जुड़ा हुआ है।
सेटलमेंट के बाद यह मामला अब खत्म हो गया है। आठ व्यक्तियों ने तथ्यों व कानूनी निष्कर्ष को स्वीकार या इनकार किए बिना निपटान के लिए आवेदन किया था। साल 2024 में जारी कारण बताओ नोटिस में बाजार नियामक ने आरोप लगाया था कि नामांकन व पारिश्रमिक समिति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में नाकाम रही और उनका तरीका निष्पक्ष व स्वतंत्र नहीं था।
इसके अलावा निदेशकों पर आरोप था कि उन्होंने गलत बयान और अपूर्ण खुलासे को मंजूरी दी व उस पर हस्ताक्षर किए। बाजार नियामक ने यह भी पाया कि ये निदेशक विवरणिका दाखिल किए जाने के समय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का हिस्सा थे, जिसमें दस्तावेज अधिकृत थे और कहा गया था कि कंपनी का प्रबंधन प्रोफेशनल लिहाज से होता है और पहचाने जाने योग्य प्रवर्तक नहीं हैं, वहीं शर्मा प्रवर्तक थे।
सेबी की उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने निपटान की रकम की सिफारिश की और सेबी की पूर्णकालिक सदस्यों की समिति ने इसे मंजूर किया। कंपनी के खुलासे के मुताबिक, वन97 कम्युनिकेशंस 100 फीसदी सार्वजनिक शेयरधारिता वाली कंपनी है। शुक्रवार को कंपनी का शेयर स्थिर बंद हुआ।