यूलर मोटर्स का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष में अपना कुल राजस्व दोगुना करके लगभग 400 करोड़ रुपये तक पहुंचाना है। यह कम कीमत वाले नए वाणिज्यिक वाहनों की पेशकश, बढ़ती मांग तथा उत्पादन क्षमता और डीलरशिप दोनों के ही विस्तार से संभव हो सकता है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने आज यह जानकारी दी।
यूलर मोटर्स के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी सौरव कुमार ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘इस समय हमारी डीलरशिप 55 से 60 शहरों में है। हमारा लक्ष्य इसे मार्च के अंत तक 100 शहरों तक पहुंचाना है। जब हम भारत में उस स्तर तक पहुंच जाएंगे तो फिर निर्यात शुरू करने की भी सोच सकते हैं। लेकिन हम निर्यात से पहले देश के भीतर ही जमना चाहेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘वित्त वर्ष 25 में हमारा कुल राजस्व 192 करोड़ रुपये रहा। हमारा लक्ष्य वित्त वर्ष 26 में 400 करोड़ रुपये तक पहुंचना है।’ लंबी अवधि के अनुमानों के बारे में उन्होंने कहा कि कंपनी साल दर साल वाली योजना पर काम करती है और उसने वित्त वर्ष 30 के लिए कोई राजस्व लक्ष्य तय नहीं किया है।
साल 2018 में स्थापित यूलर मोटर्स ने साल 2021 में अपना पहला वाहन – ‘हाईलोड’ पेश किया था। यह ढुलाई वाला तिपहिया वाणिज्यिक वाहन था। इसके बाद लगभग 1.5 टन की ढुलाई क्षमता वाला चौपहिया वाणिज्यिक वाहन ‘स्टॉर्म’ पेश किया गया। सोमवार को कंपनी ने इलेक्ट्रिक मिनी ट्रक टर्बो पेश किया जिसकी कीमत 5.99 लाख रुपये है। इसमें 1 टन वजन ले जाने की क्षमता है। सड़क पर इसकी रेंज 140 से 200 किमी और चार्जिंग भी फास्ट है।
कुमार ने कहा कि 1 टन वाली श्रेणी में मूल्य निर्धारण बड़ी बाधा है क्योंकि इलेक्ट्रिक वाणिज्यिक वाहनों की कीमत तेल-गैस इंजन वाले अपने समकक्ष वाहनों की तुलना में आम तौर पर 30 से 40 प्रतिशत अधिक होती है।