हिंदुस्तानियों को गेमिंग के असली मजे से रूबरू करवाने के लिए अब देश के दो बड़े कारोबारी घराने ने हाथ मिला है।
इसी में से एक हाथ मीडिया जगत की नामी हस्ती सुभाष चंद्रा का है, तो दूसरा उद्योग जगत के बड़े नाम अनिल अंबानी का। चंद्रा के एसेल ग्रुप की एक कंपनी ई सिटी मीडिया और अनिल अंबानी की जपैक डिजिटल इंटरटेनमेंट के बीच हुए इस समझौते के तहत दोनों कंपनियां मिलकर देश भर में गेमिंग सेंटर बनाने का फैसला किया है।
इस प्रोजेक्ट पर अगले महीने की एक तारीख से काम भी शुरू हो जाएगा।ई सिटी मीडिया के वाइस प्रेसीडेंट विशाल आनंद का कहना है कि, ‘जपैक डिजिटल इंटरटेनमेंट लिमिटेड चंडीगढ़, अहमदाबाद, लखनऊ और मुंबई में मौजूद हमारे चारों फन रिपब्लिक मॉल्स के फन गेमिंग साइट्स पर अपना ऑनलाइन गेमिंग जोन बनाएगी। वैसे, यहां पहले से ही काफी पूल और बॉलिंग जैसे कई गेम्स मौजूद हैं, लेकिन जपैक द्वारा लगाए जा रहे 8-10 टर्मिनलों से हमारे गेमिंग साइट्स की खूबसूरती में चार चांद लग गई है।’
दुनिया भर इस वक्त गेमिंग का बाजार चांदी काट रहा है। आलम यह है कि गेमिंग इंडस्ट्री आज 35 अरब डॉलर की हो चुकी है। इसीलिए तो ई सिटी और जपैक दोनों इस बहती गंगा में हाथ धोना चाहता हैं। आनंद का कहना है कि,’गेमिंग का बाजार तो देश में खूब फैलने वाला है। हमारी मानें तो यह बेहतरीन मौका है, जब हम इस जबरदस्त और मोटी कमाई देने वाले काम में उतरें। दूसरी तरफ, हमारे लिए जपैक बिल्कुल उचित सहयोगी है।
इसकी मदद से हम अपने गेमिंग बाजार को और बढ़ा सकते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा हमें उन शहरों में मिलेगा, जहां हमारे गेमिंग सेंटर पहले से ही युवाओं की पहली पसंद बने हुए हैं। इन शहरों में तो हम गेमिंग का लुत्फ उठाने बेकरार नौजवानों की पहली पसंद बन चुके हैं। जपैक के अंतरराष्ट्रीय स्तर के फ्रेश कंटटे की वजह से हमारे फन गेमिंग साइट्स की डिमांड और भी बढ़ेगी।’
आनंद के मुताबिक इस वक्त मुंबई और अहमदाबाद के फन गेमिंग जोन्स में करीब 50 और 70 हजार लोग आते हैं। वहीं चंडीगढ़ के फन गेमिंग साइट में तकरीबन 30 हजार लोग आते हैं। कंपनी के अनुसार जपैक के साथ इस गठजोड़ से उसके फन गेमिंग जोन्स में नए-नए गेमों को लॉन्च करने में मदद मिलेगी, जिसके वजह उसके मॉल्स में आने वालों की तादाद में भारी इजाफा होगा।
दूसरी तरफ, जपैक वाले भी इस समझौते से काफी खुश हैं। कंपनी के सीओओ रोहित शर्मा का कहना है कि,’हमें फन के साथ जुड़कर काफी खुश हैं। इससे हमें फन साइट्स तक पहुंचने में काफी मदद मिलेगी। आज के नौजवानों के बीच ऑनलान गेमिंग काफी पॉपुलर हो चुका है। इसी वजह से तो हमारे लिए भी ज्यादा से लोगों को लुभाना ज्यादा जरूर हो चुका है।’ दूसरी तरफ, जपैक भी अपने गेमप्लेक्स को बढ़ा रही है। इस वक्त 11 शहरों में इसके 14 गेमप्लेक्स हैं।
इसने अपने लिए अगले दो सालों में 50 हजार गेमिंग सीट्स बनाने का लक्ष्य रखा है। ई सिटी मीडिया के साथ समझौता इसी दिशा में एक कदम है। साथ ही, मॉल्स की तरफ नई उम्र के लोग ज्यादा आते हैं। इसलिए इस समझौते से जपैक एक तीर से दो शिकार कर पाएगा। पहला तो वह युवाओं के बीच अपनी पैठ बना पाएगा। साथ ही, उसे कमाई भी काफी होगी। जपैक और फन के गेमिंग जोन्स से विज्ञापनकर्ताओं को भी काफी फायदा होगा। वह भी युवाओं तक पहुंच पाएंगे।