बीएस बातचीत
ब्लैकस्टोन के निवेश वाली आईटी सेवा कंपनी एम्फैसिस ने वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में दमदार प्रदर्शन किया है। कंपनी ने स्थिर मुद्रा आधार पर अपने प्रत्यक्ष कारोबार में तिमाही आधार पर 9.8 फीसदी और सालाना आधार पर 32.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। एम्फैसिस के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी नितिन राकेश ने शिवानी शिंदे से बातचीत में वृद्धि के संचालक, प्रत्यक्ष कारोबार में मांग परिदृश्य और आपूर्ति संबंधी चिंताओं के बारे में विस्तृत चर्चा की। पेश हैं मुख्य अंश:
पहली तिमाही के दौरान वृद्धि को मुख्य तौर पर किन कारकों से रफ्तार मिली? वित्त वर्ष 2022 में वृद्धि कैसी रहेगी
हमारे लिए यह एक दमदार तिमाही रही। इस दौरान हमारे प्रत्यक्ष कारोबार में सालाना आधार पर 32.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जो अब तक की सर्वाधिक है। हमने ग्राहकों, श्रेणियों और भौगोलिक क्षेत्रों में व्यापक तौर पर वृद्धि दर्ज की है। हमारे शीर्ष पांच खातों में 17 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और कुल शीर्ष 10 खातों में सालाना आधार पर 24 फीसदी की वृद्धि हुई। प्रत्यक्ष कारोबार काफी अच्छी तरह बढ़ रहा है। उसने लगातार चौथी तिमाही के दौरान दो अंकों में वृद्धि दर्ज की है। पिछली चार तिमाहियों के दौरान हमारे बैंकिंग कारोबार में 20 फीसदी तक की वृद्धि दर्ज की है। हाइटेक कारोबार ने तीन अंकों में वृद्धि दर्ज की है। हमारे लिए यूरोप में मजबूत वृद्धि रही और तिमाही के दौरान उसमें 30 फीसदी की वृद्धि हुई। हमारी वृद्धि के एक बड़े हिस्से को ऐप्लिकेशन परिवर्तन कारोबार से बल मिला जहां हम क्लाउड प्लेटफॉर्मों का उपयोग करके नए प्लेटफॉर्म तैयार करने, माइग्रेशन और आधुनिकीकरण में उल्लेखनीय तेजी देख रहे हैं। पूरे वित्त वर्ष 2021 के लिए हमने 1.1 अरब डॉलर से अधिक के टीसीवी हासिल होने घोषणा की थी जबकि पहली तिमाही में हमने कुल 50.5 करोड़ डॉलर के टीसीवी पर हस्ताक्षर भी किए हैं।
हमारे लिए प्रत्यक्ष कारोबार इस वित्त वर्ष में बाजार की अग्रणी वृद्धि वाला कारोबार होगा। यहां तक कि समग्र आधार पर भी हम शीर्ष पर होंगे। हम प्रत्यक्ष कारोबार में वृद्धि को प्राथमिकता देंगे।
प्रतिस्पर्धा के मद्देनजर यह वृद्धि कितनी टिकाऊ होगी?
हम जिन रुझानों के बारे में बात कर रहे हैं, वे नए नहीं हैं। वैश्विक महामारी से पहले भी ग्राहक केंद्रित तकनीक, व्यक्तिगत जरूरत, चुस्त ऐप्लिकेशन और क्लाउड में स्थानांतरित जैसे कारक मौजूद थे। वैश्विक महामारी ने उसकी रफ्तार बढ़ा दी है।
हम प्रौद्योगिकी पर खर्च के लिहाज से एक जबरदस्त चक्र में हैं। हरेक वेंडर इस वृद्धि को हासिल करने में सक्षम नहीं होगा। यहां तक कि हमारे उद्योग में भी इसे स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है जहां वृद्धि दर -5 फीसदी से लेकर 25 फीसदी तक दिखेगी। मेरा मानना यह भी है कि बुनियादी ढांचा पूंजीगत खच्र अथवा बुनियादी ढांचा प्रबंधन सेवा जैसे क्षेत्रों में कारोबार स्थापित करने वाले लोग अथवा कंपनियों को प्रतिकूल प्रभाव दिखेगा क्योंकि खर्च का रुख ऑन-प्रिमाइज से क्लाउड की ओर है। जबकि उन कंपनियों को काफी फायदा होगा जिन्होंने शुरुआती निवेश किए हैं अथवा ऑन-प्रिमाइज से क्लाउड की ओर जाने में ग्राहकों की मदद करने के लिए तैयार हैं।
कर्मचारियों के कंपनी छोडऩे समस्या पूरे उद्योग में है। ऐसे में एम्फैसिस मांग और आपूर्ति में संतुलन किस प्रकार बिठा रही है?
हमारा उद्योग फल-फूल रहा है क्योंकि वैश्विक बाजारों में प्रतिभा की कमी होती है। इसलिए यह हमारे लिए एक बड़ी चुनौती होने के साथ-साथ फायदेमंद भी है। हमें इस मांग को पूरा करने के लिए लगातार आपूर्ति की तलाश जारी रखते हैं। आपूर्ति पक्ष की समस्याओं से निपटने के लिए हम कई उपाय करते हैं जिनमें परिसरों से नियुक्ति, नए सिरे से कुशल बनाना, बाहर से नियुक्ति, नए केंद्र खोलना आदि शामिल हैं। इसके अलावा हम भौगोलिक तौर भी विस्तार कर रहे हैं। हमने प्रतिभा वृद्धि के लिए पांच नए बाजारों की पहचान की। इसलिए हमने ताइवान, कोस्टा रिका, मेक्सिको, एस्टोनिया और कनाडा में अपनी उपस्थिति भी बढ़ाई है।
पिछली तिमाही आपने कहा था कि नए निवेशकों के आने से नए अनुबंधों के लिए भी दरवाजे खुले हैं। उसकी क्या स्थिति है?
उस रणनीति का फायदा दिखने लिहाज से अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। इस तिमाही की वृद्धि का आधार काफी व्यापक है और हमारी नजर भौगोलिक क्षेत्रों एवं कारोबारी इकाइयों पर है। हालांकि हमारे पास एक टीम और रणनीति है।