भारत का ई-कॉमर्स उद्योग महिलाओं के लिए बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर मुहैया करा रहा है और त्योहारी सीजन के दौरान देश भर के लाखों ग्राहकों की भारी मांग को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर उनकी नियुक्ति भी कर रहा है।
ई-कॉमर्स फर्म फ्लिपकार्ट ने कहा कि उसकी आपूर्ति श्रृंखला में विस्तार से त्योहारी सीजन के दौरान भारी मांग को पूरा करने के लिए देश भर में 1 लाख नौकरियों के अवसर पैदा होंगे।
कंपनी ने देश के नौ शहरों में 11 फुल फिलमेंट पेश भी किए हैं। फ्लिपकार्ट ने कहा कि इस बार त्योहारी सीजन में उसने जितने कामगारों को रखा उसमें महिलाओं की हिस्सेदारी पिछले साल के बिग बिलियन डेज के मुकाबले 24 फीसदी बढ़ी है।
फ्लिपकार्ट में उपाध्यक्ष (आपूर्ति श्रृंखला, टेक और सीएक्स एचआर लीडर) प्राजक्ता कनागलेकर ने कहा कि जैसे-जैसे ई-कॉमर्स क्षेत्र विकसित हो रहा है, वेयरहाउस संचालन और अंतिम छोर तक डिलिवरी जैसे पुरुषों की भूमिकाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी तेजी से बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘हमें गर्व है कि इस साल हमारे कामगारों में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ी है। यह लैंगिक विविधता को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। ये महिलाएं वेयरहाउस में सामान चुनने, पैक करने के साथ-साथ देश के अंतिम छोर उनकी डिलिवरी में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, जो हमारी वृद्धि और संचालन क्षमताओं को मजबूत कर रहा है।’
इनमें से उत्तराखंड के ऋषिकेश में फ्लिपकार्ट की विश मास्टर (डिलिवरी एक्जीक्यूटिव) किरण रावत भी शामिल हैं। त्योहारों के दौरान ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए रावत ने कहा कि फ्लिपकार्ट ने उन्हें ऋषिकेश के दूरस्थ इलाकों में भी आसानी से सामान की डिलिवरी के लगातार मदद की है और मार्गदर्शन भी किया है।
उन्होंने कहा, ‘काम की लचीली अवधि होने से मैंने अपनी नौकरी और परिवार दोनों को पर्याप्त समय दिया, जो खासकर एक मां होने के नाते जरूरी है। फ्लिपकार्ट ने मुझे आर्थिक आजादी और व्यक्तिगत वृद्धि हासिल करने के लायक बनाया है।’
सिंगल मदर अर्चना कुमारी को शिमला में फ्लिपकार्ट में विश मास्टर के तौर पर काम करने वालों की एक सहायक टीम मिली है। वह कहती हैं, ‘व्यापक प्रशिक्षण के कारण ही मैं पूरे आत्मविश्वास और कौशल के साथ हर रोज 30 से 50 पैकेट की डिलिवरी कर रही हूं और वह भी दूर दराज इलाकों में भी। इस अवसर से मुझे लगने लगा है कि महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। सही मायने में फ्लिपकार्ट ने मुझे अपने छोटे से परिवार का बेहतर भविष्य बनाने में सशक्त बनाया है।’
लंबे अरसे से लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को पुरुष प्रधान माना जाता रहा है। मगर परिचालन में अधिक महिलाओं के जुड़ने से अब यह धारणा धूमिल होने लगी है।
एमेजॉन इंडिया ने कहा कि वह इस बदलाव का नेतृत्व कर रही है। कंपनी ने कहा कि अब उसके परिचालन नेटवर्क में महिलाएं अलग-अलग भूमिकाएं निभा रही हैं। इनमें टीम लीडर और डिलिवरी सहयोगी से लेकर डिलिवरी स्टेशनों के प्रबंधक और यहां तक कि डिलिवरी सेवा भागीदार कार्यक्रमों का नेतृत्व करने वाले उद्यमी भी शामिल हैं।
एमेजॉन ने कहा कि महिला कार्यबल की इस वृद्धि को कंपनी के लचीली कार्यावधि, लक्षित प्रशिक्षण और सुरक्षित कार्यस्थल पर ध्यान केंद्रित करने से है। इससे इन भूमिकाओं में महिलाओं की उपस्थिति बढ़ रही है।
एमेजॉन इंडिया ने इस बार त्योहारी सीजन के दौरान देश भर में लाखों ग्राहकों को सामान की डिलिवरी के लिए अपने परिचालन नेटवर्क में 1.10 लाख अस्थायी नौकरियों के अवसर पैदा किए हैं। कंपनी ने कहा कि उसने एमेजॉन की अस्थायी रोजगार के अवसर के तौर पर हजारों महिलाओं को नियुक्त किया है।
एमेजॉन इंडिया, एमेजॉन लॉजिस्टिक्स इंडिया के उपाध्यक्ष करुणा शंकर पांडे ने कहा, ‘हमारी पहल विभिन्न भूमिकाओं में महिलाओं का समर्थन करती है और यह दर्शाती है कि सही समर्थन और अवसरों के साथ महिलाएं सहयोग, लीडर, उद्यमी और प्रमुख योगदानकर्ता के तौर पर आगे बढ़ सकती हैं।’
फैशन रिटेलर मिंत्रा ने कहा कि उसकी हाल ही में संपन्न हुई फेस्टिव सेल बिग फैशन फेस्टिवल (बीएफएफ) में विभिन्न आपूर्ति श्रृंखला और संपर्क केंद्र भूमिकाओं में हजारों महिलाओं ने मोर्चा संभाला। इस साल का बीएफएफ कंपनी के लिए अब तक का सबसे बड़ा त्योहारी सीजन सेल रहा है और इसमें पिछले साल के मुकाबले 62.7 करोड़ उपयोगकर्ता पहुंचे थे।
पिछले साल के बीएफएफ में 46 करोड़ उपयोगकर्ता ही ई-कॉमर्स कंपनी के प्लेटफॉर्म पर पहुंचे थे।
मिंत्रा बीएफएफ में दिल्ली एनसीआर की एरिया लीड मोइत्री भार्गव ने कहा, ‘इस साल के इवेंट के लिए हमने महिलाओं सहित कई डिलिवरी पार्टनर को काम पर रखा और उन्हें प्रशिक्षित भी किया। मुझे गर्व है कि इस साल हमारी टीम में अधिक महिलाएं शामिल हुईं।’