facebookmetapixel
Midcap Funds Outlook 2026: रिटर्न घटा, जोखिम बढ़ा; अब मिडकैप फंड्स में निवेश कितना सही?Share Market: लगातार 5वें दिन बाजार में गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी दबाव मेंYear Ender: 42 नए प्रोजेक्ट से रेलवे ने सबसे दुर्गम इलाकों को देश से जोड़ा, चलाई रिकॉर्ड 43,000 स्पेशल ट्रेनें2026 में भारत-पाकिस्तान में फिर होगी झड़प? अमेरिकी थिंक टैंक का दावा: आतंकी गतिविधि बनेगी वजहपर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिशों के बावजूद भारत में पर्यटन से होने वाली कमाई इतनी कम क्यों है?क्या IPOs में सचमुच तेजी थी? 2025 में हर 4 में से 1 इश्यू में म्युचुअल फंड्स ने लगाया पैसानया साल, नए नियम: 1 जनवरी से बदल जाएंगे ये कुछ जरूरी नियम, जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा!पोर्टफोलियो में हरा रंग भरा ये Paint Stock! मोतीलाल ओसवाल ने कहा – डिमांड में रिकवरी से मिलेगा फायदा, खरीदेंYear Ender: क्या 2026 में महंगाई की परिभाषा बदलेगी? नई CPI सीरीज, नए टारगेट व RBI की अगली रणनीतिGold–Silver Outlook 2026: सोना ₹1.60 लाख और चांदी ₹2.75 लाख तक जाएगी

Byju’s को विदेशी मुद्रा नियमों के उल्लंघन के लिए ED ने नोटिस जारी किया

Byju's पर 9,000 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा उल्लंघन का आरोप

Last Updated- November 21, 2023 | 3:19 PM IST
Byjus

भारत में वित्तीय अपराध से लड़ने वाली एजेंसी ने विदेशी मुद्रा नियमों के कथित उल्लंघन के लिए एड-टेक कंपनी Byju’s को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह खबर सीएनबीसी-टीवी18 के सूत्रों के हवाई से आई है।

टेलीविजन चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, एजेंसी ने कंपनी पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत 9,000 करोड़ रुपये ($1.1 बिलियन) के उल्लंघन का आरोप लगाया है।

कंपनी ने एक बयान में कहा, “Byju’s ने स्पष्ट रूप से उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया है कि उसे ED से नोटिस मिला है। कंपनी को ED से ऐसा कोई नोटिस नहीं मिला है।”

CNBC-TV18 ने आगे जोड़ा है कि Byju’s के संस्थापक Byju’s रवींद्रन और इसकी मूल कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस भेजे गए थे। अप्रैल में, ED ने कथित फेमा उल्लंघनों को लेकर Byju’s से जुड़े तीन परिसरों पर छापा मारा था, जिसमें 2011 और 2013 के बीच लगभग 280 बिलियन रुपये के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का पता चला था।

Also Read: IIFL Finance देश की दूसरी सबसे बड़ी गोल्ड लोन देने वाली NBFC बनी

उस समय Byju’s के सीईओ ने कहा था कि कंपनी सभी विदेशी मुद्रा नियमों का पालन करती है।

Byju’s के खिलाफ आरोप ऐसे समय में लगे हैं जब कंपनी कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जिसमें निवेशकों के विश्वास में कमी और प्रमुख बोर्ड सदस्यों का जाना शामिल है।

वे पिछले कुछ महीनों में 1.2 अरब डॉलर के लोन के रीपेमेंट पर भी बातचीत कर रहे हैं।

जनरल अटलांटिक, प्रोसस और ब्लैकरॉक जैसे निवेशकों द्वारा समर्थित, Byju’s ने एक साल की देरी के बाद इस महीने की शुरुआत में अपने वित्तीय वर्ष 2021-22 के परिणामों की सूचना दी। (रॉयटर्स के इनपुट के साथ)

First Published - November 21, 2023 | 3:19 PM IST

संबंधित पोस्ट