भारतीय स्टार्टअप्स ने जून तिमाही में फंडिंग के 409 दौर के तहत कुल मिलाकर 6.9 अरब डॉलर जुटाए। तिमाही में हालांकि कुल फंडिंग कैलेंडर वर्ष 2022 की पहली तिमाही में जुटाई गई 10.3 अरब डॉलर की रकम के मुकाबले 33 फीसदी कम है। यह जानकारी ट्रेक्सन जियो की तिमाही रिपोर्ट : इंडिया टेक क्यू-2 2022 से मिली।
स्टार्टअप की तरफ से जुटाई गई रकम सालाना आधार पर भी घटी, जो 10.1 अरब डॉलर रही है।
रकम जुटाने की धीमी रफ्तार को देखते हुए ट्रेक्सन की रिपोर्ट में कहा गया है कि बाजार के प्रतिभागियों के बीच इस बात को लेकर सहमति है कि स्टार्टअप को फंडिंग को लेकर निवेशकों को भरोसे व अवधारणा में नरमी के कारण ऐसा हुआ। बाजार में नरमी और अर्थव्यवस्था में उतारचढ़ाव के कारण ऐसा हुआ क्योंकि मौजूदा आर्थिक हालात और भूराजनीतिक स्थिति से महंगाई, ब्याज दरों और जिंसों की कीमतें बढ़ी।
ट्रेक्सन के सह-संस्थापक अभिषेक गोयल ने कहा, निवेशक हालांकि मौजूदा माहौल को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हैं, ऐसे में इससे निवेशक समुदाय के जुनून पर ज्यादा असर नहीं दिखा। वैसे स्टार्टअप को लेकर वे ज्यादा निर्णायक हो गए, जिन्हें वे आगे बढ़ाना चाहते हैं और अब वे लंबी अवधि में लाभ के लिहाज से इन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
इस तिमाही में फंड हासिल करने वाले स्टार्टअप में वेरसे (80.5 करोड़ डॉलर-सीरीज जे), डेलिवरी (30.4 करोड़ डॉलर-सीरीज जे) और उड़ान (27.5 करोड़ डॉलर-सीरीज डी) शामिल हैं। इसके बाद शेयरचैट (25.5 करोड़ डॉलर-सीरीज जी) और अपग्रेड (22.5 करोड़ डॉलर-सीरीज एफ) का स्थान रहा।
सोशल प्लेटफॉर्म्स, इंटरनेट फर्स्ट मीडिया, पेमेंट्स, बी2बी ई-कॉमर्स और ई-कॉमर्स एनेबलर्स अग्रणी क्षेत्र रहे, जिन्हें अप्रैल से जून 2022 के दौरान निवेशकों से सबसे ज्यादा रकम मिली।