ONDC आज कल Zomato और Swiggy जैसे प्लेटफॉर्म को कड़ी टक्कर दे रहा है। लेकिन पिछले दिनों सोशल मीडिया पर यूजर्स ने ONDC से ऑर्डर किए गए बिल के स्क्रीनशॉट डाले और बताया कि सस्ते ऑर्डर के लिए प्लेटफॉर्म खुद Paytm को अच्छा खासा इन्सेंटिव दे रहा है। चूंकि, ONDC भारत सरकार समर्थित है। ऐसे में गाहे बगाहे चर्चाएं चलने लगीं कि कहीं भारत सरकार ONDC की इस इन्सेंटिव की रकम को लेकर मदद तो नहीं कर रही। अब इन तमाम तरह की अटकलों के बीच कंपनी के CEO टी कोशी का बयान आया है।
मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में टी कोशी ने कहा कि डिस्काउंट और इन्सेंटिव के लिए सरकारी पैसे का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। नेटवर्क ने एडोप्शन को सपोर्ट करने के लिए सीमित अवधि के लिए कुछ इन्सेंटिव शुरू किए हैं, जो ONDC के बैंकों और वित्तीय संस्थानों से जुटाए गए अपने फंड से हैं। ONDC एक आत्मनिर्भर इकाई बनने की योजना बना रहा है और हमारी कोशिश है कि हम कम पैसे में लोगों को ऑर्डर भेजें।
ONDC ने 19 बैंकों और वित्तीय संस्थानों से 180 करोड़ रुपये जुटाए हैं, और 2021 के अंत में ONDC के एक कंपनी के रूप में स्थापित होने के बाद से किसी भी करदाता के पैसे का उपयोग नहीं किया गया है।
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उन्होंने आगे कहा, नेटवर्क की ग्रोथ को डिस्काउंट और इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग कैंपेन द्वारा बढ़ाया जा रहा है, जिससे भारत की फूड डिलिवरी मार्केट में स्विगी और ज़ोमैटो के एकाधिकार को चुनौती मिल रही है। ONDC लगातार नई योजनाओं को डिजाइन कर रहा है और पुराने में बदलाव कर रहा है।
पिछले कुछ ही दिनों में डिस्काउंट और इन्सेंटिव के बीच ONDC के डेली ऑर्डर 10 हजार से बढ़कर प्रति दिन 25 हजार हो गए हैं। जिसकी वजह से सवाल उठने लगे हैं कि क्या केवल डिस्काउंट और इन्सेंटिव के दम पर यह प्लेटफॉर्म स्वीगी और जोमेटो जैसे बड़े ऐप्स को टक्कर दे पाएगा।