कंप्यूटर बनाने वाली दूसरी सबसे बड़ी कंपनी डेल इंक भारत में अपनी उत्पादन क्षमता को 4 लाख से बढ़ाकर 10 लाख कंप्यूटर सालाना करने वाली है।
कंपनी जल्द ही श्रीपेरंबदूर स्थित संयंत्र में लैपटॉप की विस्तृत शृंखला का निर्माण शुरू करेगी।श्रीपेरंबदूर में कंपनी के नए निर्माण संयंत्र के उद्धाटन के अवसर पर कंपनी के अध्यक्ष (एशिया-प्रशांत) हैनरी फेरान्ड ने बताया कि कंपनी लैपटॉप की ब्रांड्स लैटिटयूड, वोस्ट्रो, इंसपिरेशन और एक्सपीएस लाइन्स का निर्माण भी इसी संयंत्र में करेगी।
ये ब्रांड्स कंपनी की भारत में मुख्य ब्रांड्स रहेंगी। उन्होंने बताया कि यह योजना कंपनी की नए और उभरते बाजारों के लिए बनाई गई नीति के अनुसार ही है। फेरान्ड ने बताया कि वर्ष 2008 के पहले चार महीनों में ही कंपनी के लैपटॉप की मांग में 100 फीसदी का इजाफा हुआ है।
फेरान्ड और कंपनी के बाकी अधिकारियों ने इस संयंत्र में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या का खुलासा करने से मना कर दिया। कंपनी ने इस संयंत्र में 5 साल में 120 करोड़ के निवेश की घोषणा पिछले साल ही की थी।
भारत में कंपनी के विस्तार के साथ ही वैश्विक स्तर पर भी कंपनी को काफी फायदा हुआ है। वैश्विक स्तर पर कंपनी के लैपटॉप और डेस्कटॉप की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है। डेस्कटॉप के बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी 20 फीसदी हो गई है। जबकि दो साल पहले तक यह हिस्सेदारी 10 फीसदी ही थी।
डेल इंडिया के उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक राजन आनंदन ने बताया कि वर्ष 2008 के पहले चार महीनों में कंपनी कॉर्पोरेट सेक्टर में सबसे ज्यादा कंप्यूटर देने वाली कंपनी रही है। पिछले एक साल में छोटे व मध्यम व्यापार (एसएमबी) और ग्राहक व्यापार में कंप्यूटर बाजार लगभग 100 फीसदी बढ़ा है। लेकिन कंपनी छोटे और मध्यम व्यापार के क्षेत्र में अगले एक साल में 10 फीसदी का विस्तार और करना चाहती है।
फेरान्ड ने बताया कि भारत में एसएमबी बाजार में बहुत ज्यादा संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि ‘हमें उम्मीद है कि इस साल भारत में एसएमबी को 10 लाख कंप्यूटरों की आपूर्ति कर दी जाएगी। हमारी तकनीक के प्रदर्शन के लिए यह सबसे अच्छा बाजार है।’
कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने आयात होने वाले सभी पुर्जों पर शुल्क समाप्त करने की मांग की। श्रीपेरंबदूर संयंत्र में कंप्यूटर निर्माण के लिए लगभग 80 फीसदी पुर्जे आयात किए जाते हैं। हालांकि इस शुल्क के माफ होने का कितना फायदा ग्राहकों को मिलेगा इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा।
डेल ने खास भारतीय परिस्थितियों के लिए तैयार किए गए डेल 500 लैपटॉप को भी पेश किया। कंपनी ने बताया कि इस लैपटॉप को एसएमबी, शिक्षा और सरकारी श्रेणी को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस लैपटॉप की कीमत लगभग 25,000 रुपये होगी।
कंपनी की योजना इस साल देश भर में रिटेल शोरूम खोलने की भी है। इसके लिए कंपनी ने इस साल मार्च में ही टाटा समूह क ी रिटेल कंपनी क्रोमा के साथ करार कर लिया था।आनंदन ने बताया कि कंपनी भारत में लैपटॉप सीधे बेचने के साथ ही रिटेल पार्टनर के साथ भी बेचेगी। डेल इंडिया भारत में कॉर्पोरेट्स और एसएमबी व्यापार के लिए बिजनेस सोल्यूशंस जैसी सेवाएं भी शुरू करने वाली है।
डेल ने भारत में अपना कारोबार बढ़ाने के लिहाज से उसे चलाने के लिए लगभग 12,000 लोगों की नियुक्ति की है। लगभग 2400 अरब रुपये की यह कंपनी भारत में 600 केंद्रों के जरिये अपनी सुविधाएं और उत्पाद मुहैया कराती है। वर्ष 2007 में कंपनी की भारत से होने वाली आय में 60 फीसदी का इजाफा हुआ और कंपनी को लगभग 2,800 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई।