सैन्य विमान और बिजनेस जेट बनाने वाली फ्रांस की कंपनी दसॉ एविएशन ने वैश्विक बाजारों के लिए भारत में फाल्कन 2000 बिजनेस एक्जिक्यूटिव जेट बनाने की खातिर अनिल अंबानी प्रवर्तित रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर की सहायक रिलायंस एरोस्ट्रक्चर लिमिटेड (आरएएल) के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी की घोषणा बुधवार (18 जून) को पेरिस एयर शो में की गई। इसके साथ ही दसॉ एविएशन पहली बार फ्रांस के बाहर फाल्कन 2000 जेट का विनिर्माण करने जा रही है।
आरएएल और दसॉ के बीच 51:49 का संयुक्त उद्यम दसॉ रिलायंस एयरोस्पेस (डीआरएएल) दसॉ एविएशन के लिए फाल्कन 6एक्स और फाल्कन 8एक्स असेंबली कार्यक्रमों सहित फाल्कन श्रृंखला के लिए उत्कृष्टता केंद्र बन जाएगा, जो फ्रांस के बाहर पहला ऐसा केंद्र होगा। आरएएल ने 2017 में दसॉ डीआरएएल के साथ साझेदारी की। उसी वर्ष बाद में मिहान, नागपुर में एक विनिर्माण सुविधा की स्थापना के साथ परिचालन शुरू हुआ। 2019 में अपना पहला फाल्कन 2000 फ्रंट सेक्शन देने के बाद से डीआरएएल ने फाल्कन 2000 के लिए 100 से अधिक प्रमुख सब-सेक्शन को असेंबल किया है।
रिलायंस समूह के संस्थापक अध्यक्ष अनिल अंबानी ने कहा, दसॉ एविएशन के साथ हमारी साझेदारी रिलायंस समूह की यात्रा में एक मील का पत्थर है क्योंकि हम वैश्विक एयरोस्पेस मूल्य श्रृंखला में भारत को एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में मजबूती से स्थापित करने के लिए मिलकर काम करते हैं। यह सहयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड पहल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की एक शक्तिशाली अभिव्यक्ति है, जो वैश्विक बाजारों के लिए अगली पीढ़ी के बिजनेस जेट बनाने और वितरित करने की भारत की क्षमता को प्रदर्शित करता है।
दसॉ एविएशन फाल्कन 8 एक्स और फाल्कन 6एक्स के फ्रंट सेक्शन की असेंबली के अलावा फाल्कन 2000 के पंखों और पूरे धड़ की असेंबली भी डीआरएएल को सौंपेगा। आर-इन्फ्रा ने बताया कि असेंबली परिचालन के हस्तांतरण के साथ प्रमुख सुविधाओं के उन्नयन से 2028 तक भारतीय धरती से मेड इन इंडिया फाल्कन 2000 की पहली उड़ान का मार्ग प्रशस्त होगा।
कंपनी के एक सूत्र ने बताया कि फाल्कन 2000 जेट के लिए असेंबली लाइन नागपुर, महाराष्ट्र में स्थापित की जाएगी और कंपनी के पास इसके लिए पर्याप्त भूमि पहले से ही मौजूद है।
दसॉ एविएशन के चेयरमैन और सीईओ एरिक ट्रैपियर ने कहा, यह नया समझौता डीआरएएल को फ्रांस के बाहर फाल्कन असेंबली के लिए पहला उत्कृष्टता केंद्र बनाएगा और अंततः फाल्कन 2000 के लिए अंतिम असेंबली लाइन की स्थापना को सक्षम बनाएगा।
शेयर आवंटित किए
अनिल अंबानी प्रवर्तित रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने पूर्ण चुकता 1.25 करोड़ इक्विटी शेयर (300 करोड़ रुपये) प्रवर्तक समूह की इकाई ऋषि इन्फिनिटी के आवंटित किए हैं, जो वॉरंट को कन्वर्ट करने के बाद हुआ है।कंपनी ने अक्टूबर 2024 में 12.56 करोड़ वॉरंट का तरजीही इश्यू पेश किया था, जो 3,014.40 करोड़ रुपये का था।