2 मई को ऑपरेशन सस्पेंड करने वाली पैसे से जूझ रही एयरलाइन गो फर्स्ट के लगभग 200 पायलट एयर इंडिया में शामिल हो गए हैं। उनमें से 75 ने सोमवार को एयर इंडिया के साथ ट्रेनिंग शुरू कर दी। एयर इंडिया ने गो फर्स्ट द्वारा फ्लाइट कैंसिल किए जाने के कुछ दिनों के भीतर बेंगलुरु, दिल्ली और मुंबई में पायलटों के लिए वॉक-इन इंटरव्यू आयोजित किए। एयर इंडिया ने कहा कि उस समय उन्हें 700 से अधिक आवेदन मिले थे।
एयर इंडिया और गो फर्स्ट ने सोमवार को इस विषय पर जवाब नहीं दिया। एक सूत्र ने कहा कि 75 गो फर्स्ट पायलटों ने एयर इंडिया की ऑपरेशन पॉलिसी, मैनुअल और अन्य पहलुओं पर क्लासरूम ट्रेनिंग शुरू कर दी है। ड्यूटी पर जाने से पहले पायलटों को सिम्युलेटर ट्रेनिंग दी जाएगी। यह पता चला है कि नए भर्ती किए गए पायलटों ने क्षतिपूर्ति लेटर (indemnity letters) जमा किए क्योंकि उन्हें गो फर्स्ट से रिलीव नहीं किया गया था।
Go First और Air India दोनों ही Airbus A320 प्रकार के एयरक्राफ्ट ऑपरेट करती है। एयर इंडिया A319 और A321 वेरिएंट भी ऑपरेट करती है। Go First के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कौशिक खोना ने रविवार को पायलटों को कंपनी से इस्तीफा देन से रोकने के लिए रिटेंशन अलाउंस की घोषणा की।
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कैप्टन और फर्स्ट ऑफिसर को 1 जून से 100,000 रुपये और 50,000 रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया जाएगा। भत्ते का भुगतान उन पायलटों को किया जाएगा जो 31 मई तक एयरलाइन के पेरोल पर थे और उन्हें भी जो अपना इस्तीफा पत्र 15 जून तक वापस लेने के इच्छुक हैं। खोना ने कहा कि एयरलाइन अपने पायलटों के लिए एक दीर्घायु बोनस (longevity bonus) पेश करने की योजना बना रही है।