भारत में मॉल की संख्या कम बढ़ने के कारण मेक्सिको की अंतरराष्ट्रीय मूवी थियेटर श्रृंखला सिनेपोलिस की भारतीय इकाई की बढोतरी पर असर डाला है। देश की पहली अंतरराष्ट्रीय सिनेमा प्रदर्शक सिनेपोलिस ने 2009 में भारत में आई थी। उसका लक्ष्य 10 वर्षों में 1,000 स्क्रीन हासिल करना था।
इस साल सिनेपोलिस की योजना 280 करोड़ रुपये की क्षमता विस्तार के साथ देश भर में 80 स्क्रीन शुरू करने की थी। इसके लिए रकम आंतरिक तौर पर जुटाई गई थी। उन 80 स्क्रीनों में से सिनेपोलिस इंडिया ने 50 स्क्रीनों के लिए फिट आउट प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
सिनेपोलिस इंडिया के प्रबंध निदेशक देवांग संपत ने बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में कहा, ‘अब हमारे पास कोई लक्ष्य नहीं है। यह स्पष्ट है कि हम 1,000 स्क्रीन शुरू करना चाहते थे मगर यह आसान नहीं था। फिलहाल हमारे पास 450 स्क्रीन हैं।’
उन्होंने कहा, ‘सिनेमा पूरी तरह से मॉल पर निर्भर होते हैं और कई स्क्रीन शुरू करने के लिए हमें उतने मॉल नहीं दिखते हैं। इसलिए फिलहाल हम उन 80 स्क्रीनों पर ही ध्यान जारी रखेंगे। हम एक साल में 40 या 50 स्क्रीन शुरू करने में सक्षम हो सकते हैं।’
संपत ने कहा कि अगर लाइसेंस समय पर मिल जाए और बिल्डर भी तय वक्त पर मॉल तैयार कर दें तो सिनेपोलिस अपना लक्ष्य हासिल कर सकती है। 2024 में सिनेपोलिस इंडिया ने गुजरात में कुछ परिचालन परियोजनाओं के साथ हैदराबाद में 11, जयपुर में , गुरुग्राम में 1 और दिल्ली में 1 स्क्रीन शुरू किया है।