सरकारी स्वामित्व वाले सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने ट्रू नॉर्थ और एम पलोंजी के कंसोर्टियम को पीछे छोड़ दिया है। वह फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एफईएल) के इटली की बीमा कंपनी जेनराली के साथ बीमा संयुक्त उद्यमों में फ्यूचर की हिस्सेदारी के लिए सफल बोलीदाता के रूप में उभरा है। ऋणदाता की 508 करोड़ रुपये की बोली को फ्यूचर एंटरप्राइजेज के लेनदारों की समिति (सीओसी) ने मंजूरी दे दी।
फ्यूचर एंटरप्राइजेज फिलहाल कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रही है। घटनाक्रम से वाकिफ सूत्र ने कहा कि इसके बाद फ्यूचर की समाधान पेशेवर एविल मेनेजेस ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को आशय पत्र जारी कर दिया है।
सरकार के स्वामित्व वाले ऋणदाता को अब बीमा उपक्रमों में फ्यूचर एंटरप्राइजेज की हिस्सेदारी खरीदने के लिए 90 दिनों के भीतर बीमा नियामक – भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) से मंजूरी लेनी होगी। इरडा से मंजूरी के बाद बैंक को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से मंजूरी लेनी होगी। अलबत्ता राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट (एनसीएलटी) से मंजूरी की जरूरत नहीं होगी।
सूत्र ने बताया कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया फ्यूचर एंटरप्राइजेज के सामान्य बीमा वाले संयुक्त उद्यम – फ्यूचर जनरली इंडिया इंश्योरेंस में 25.18 प्रतिशत हिस्सेदारी और अपने जीवन बीमा वाले संयुक्त उद्यम – फ्यूचर जनरली इंडिया लाइफ इंश्योरेंस में 24.91 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद रहा है।