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अब कार्गो के साथ उड़ेंगे कैप्टन गोपीनाथ

Last Updated- December 05, 2022 | 9:26 PM IST

आम आदमी को सस्ते टिकट पर हवाई सैर कराने के बाद अब कैप्टन जी आर गोपीनाथ ने माल ढुलाई के लिए देश भर में कार्गो केंद्र तैयार करने का फैसला किया है।


डेक्कन एविएशन के मुखिया गोपीनाथ इसके लिए कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएएल) से बातचीत कर रहे हैं।देश भर में कार्गो केंद्रसीआईएएल में सूत्रों के मुताबिक ये कार्गो केंद्र देश के प्रत्येक हिस्से में बनाए जाएंगे। नागपुर या हैदराबाद कार्गो हब यानी केंद्र के रूप में काम करेंगे।


उनके अलावा देश भर में छोटे केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे, जो शृंखला के तौर पर जुड़े होंगे। सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में ऐसी कई हवाई पट्टियां पड़ी हुई हैं, जिनका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। उन्हें भी छोटे कार्गो केंद्र में तब्दील करने पर कंपनी विचार कर रही है।गोपीनाथ ने इस बारे में पूछे जाने पर बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘अभी तो बातचीत प्रारंभिक चरण में है, लेकिन कार्गो केंद्र के बारे में सीआईएएल से बातचीत की जा रही है।’सीआईएएल के प्रबंध निदेशक एस भरत ने कहा, ‘हम कार्गो केंद्र के बारे में गंभीरता से विचार कर रहे हैं।


गोपीनाथ इसके लिए जमीन चुनेंगे और हम हवाई अड्डों पर कामकाज संभालेंगे।’500 करोड़ का निवेशगोपीनाथ देश भर में कार्गो एयरलाइन शुरू करने के लिए खाका तैयार कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इन केंद्रों में तकरीबन 800 एकड़ जमीन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश होने की संभावना है।


प्रस्तावित कार्गो केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक डैटा इंटरचेंज की सुविधा भी होगी, जिससे कार्गो विमान के उतरने से पहले ही संबंधित हवाई अड्डे को उसमें लदे हुए माल की जानकारी मिल जाती है। केंद्रों में माल के भंडारण की सुविधा भी होगी।नए हवाई अड्डों के बारे में सरकार की नीति के मुताबिक कार्गो केंद्र व्यापारिक हवाई अड्डों के तौर पर खोले जा सकते हैं।


इनमें निजी कंपनी भूमि चुनेगी और सरकारी वित्तीय सहायता के बगैर ही हवाई अड्डे का विकास करेगी।सरकार अगले 2-3 महीनों में हवाई कार्गो नीति की घोषणा करने जा रही है। माना जा रहा है कि इसके बाद कार्गो परिचालन में खासी तेजी आ जाएगी। इस नीति में कार्गो गांव की परिकल्पना भी होगी, जो कार्गो के लिए केंद्र का काम करेंगे।राह नहीं आसानगोपीनाथ की राह इतनी आसान नहीं क्योंकि उनके मुकाबिल होने के लिए तमाम कंपनियां तैयार हैं।


मालढुलाई में हाल फिलहाल कदम रखने वाली कंपनी क्विकजेट नागपुर, अहमदाबाद और इंदौर जैसे शहरों में इसी साल की दूसरी छमाही में परिचालन शुरू करने की योजना बना रही हैं। कूरियर और कार्गो के क्षेत्र की बड़ी कंपनी ब्लू डार्ट भी विस्तार कर रही है। उसका निशाना हैदराबाद और दिल्ली हवाई अड्डे हैं। वह तो अपने हवाई बेड़े में बोइंग 737 औरर बोइंग 757 की तादाद बढ़ाने का निश्चय भी कर चुकी है।आलम यह है कि स्पाइस जेट जैसी सस्ती विमानन सेवा भी कार्गो कंपनी शुरू करने जा रही है। जेट एयरवेज और किंगफिशर एयरलाइंस ने भी इस क्षेत्र में कदम रखने के संकेत दिए हैं।

First Published - April 15, 2008 | 2:58 AM IST

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