facebookmetapixel
केंद्र सरकार ने चीनी निर्यात पर लगाई मुहर, मोलासेस टैक्स खत्म होने से चीनी मिलों को मिलेगी राहतCDSCO का दवा कंपनियों पर लगाम: रिवाइज्ड शेड्यूल एम के तहत शुरू होंगी जांचें; अब नहीं चलेगी लापरवाहीपूर्वोत्तर की शिक्षा में ₹21 हजार करोड़ का निवेश, असम को मिली कनकलता बरुआ यूनिवर्सिटी की सौगातकेंद्र सरकार ने लागू किया डीप सी फिशिंग का नया नियम, विदेशी जहाजों पर बैन से मछुआरों की बढ़ेगी आयCorporate Action Next Week: अगले हफ्ते शेयर बाजार में स्प्लिट-बोनस-डिविडेंड की बारिश, निवेशकों की चांदीBFSI फंड्स में निवेश से हो सकता है 11% से ज्यादा रिटर्न! जानें कैसे SIP से फायदा उठाएं900% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मिंग सेक्टर से जुड़ी कंपनी का निवेशकों को तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्तेDividend Stocks: निवेशक हो जाएं तैयार! अगले हफ्ते 40 से अधिक कंपनियां बांटेंगी डिविडेंड, होगा तगड़ा मुनाफाStock Split: अगले हफ्ते दो कंपनियां करेंगी स्टॉक स्प्लिट, छोटे निवेशकों के लिए बनेगा बड़ा मौकादेश में बनेगा ‘स्पेस इंटेलिजेंस’ का नया अध्याय, ULOOK को ₹19 करोड़ की फंडिंग

कैब कंपनियों की नजर हवाईअड्डों की राह पर, ब्लूस्मार्ट के निकलने के बाद उसका स्थान लेने की तैयारी में जुटे एग्रीगेटर

कभी खास माना जाने वाला हवाईअड्डा क्षेत्र तेजी से अ​धिक मूल्य, अ​धिक बढ़ोतरी की श्रेणी के रूप में उभरा है। उसने उबर, रैपिडो तथा एवरा कैब्स जैसी कंपनियों का ध्यान खींचा है।

Last Updated- June 12, 2025 | 11:19 PM IST
Cab

प्रमुख मेट्रो बाजारों से ब्लूस्मार्ट के अचानक बाहर निकलने के साथ ही कैब एग्रीगेटरों के बीच तेज जंग शुरू हो गई है। यह होड़ शहरों में नहीं, बल्कि देश के व्यस्त हवाईअड्डों के बाहर हो रही है। कभी खास माना जाने वाला हवाईअड्डा क्षेत्र तेजी से अ​धिक मूल्य, अ​धिक बढ़ोतरी की श्रेणी के रूप में उभरा है। उसने उबर, रैपिडो तथा एवरा कैब्स जैसी कंपनियों का ध्यान खींचा है।

नागरिक विमानन महानिदेशालय के आंकड़ों से पता चलता है कि घरेलू हवाई यात्री यातायात साल 2024 में पिछले साल की तुलना में 6.12 प्रतिशत बढ़कर 16.13 करोड़ हो गया। साल 2023 में यह 15.2 करोड़ था। इस साल मार्च में पिछले महीने की तुलना में घरेलू हवाईअड्डों ने 1.45 करोड़ यात्रियों को यात्रा कराई जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान यह संख्या 1.336 करोड़ थी।

इलेक्ट्रिक कैब-हेलिंग कंपनी एवरा कैब्स के सह-संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी निमिष त्रिवेदी के अनुसार, ‘हवाईअड्डों पर कारोबार बहुत बड़ा है। हवाई यातायात और यात्रियों की संख्या में वृद्धि से हवाईअड्डों से आने-जाने के लिए परिवहन की काफी जरूरत है। हां, एक कमी है। लेकिन अंततः मांग भी है जो लगातार बढ़ रही है जो इस कमी को और बढ़ा देती है।’ त्रिवेदी ने कहा कि हवाईअड्डों पर यात्री मिलने की संभावनाएं काफी अधिक होती हैं और यात्रा की दूरी भी अधिक होती है।

जैसे-जैसे बेड़े का आकार बढ़ रहा है, एवरा अपना हवाईअड्डा नेटवर्क का विस्तार दोगुना करने पर ध्यान दे रही है। कंपनी पहले केवल दिल्ली हवाईअड्डे के टर्मिनल 3 से ही परिचालन करती थी। अब वह अपनी सेवाओं का विस्तार टर्मिनल 1 तक करने की योजना बना रही है और साथ ही मौजूदा टर्मिनल पर अपना आधार भी बढ़ा रही है।

एवरा के लिए हवाईअड्डा के पिक-अप का कुल बुकिंग में 55 प्रतिशत हिस्सा रहता है और किसी एक ट्रिप की औसत लागत लगभग 600 रुपये है। अप्रैल की तुलना में पिछले महीने इस प्लेटफॉर्म पर हवाईअड्डे के ट्रिपों में छह गुना इजाफा हुआ है। एवरा ही नहीं, ब​ल्कि उबर और रैपिडो जैसे मोबिलिटी प्लेटफार्मों ने भी अपनी हवाईअड्डा कैब सेवाओं में वृद्धि की है।

उबर ने अपने पूर्व निर्धारित राइड विकल्प – उबर रिजर्व में सालाना आधार पर लगभग 200 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। खास बात यह है कि अब हवाईअड्डे के लिए लगभग चार में से एक ड्रॉप-ऑफ रिजर्व के जरिये होता है और यह एयरपोर्ट ड्रॉप-ऑफ श्रेणी पिछले साल उबर रिजर्व के लिए प्राथमिक उपयोग के रूप में उभरी है जिसमें कुल यात्राओं का 40 प्रतिशत हिस्सा हवाईअड्डे तक का होता है। कंपनी के बयान से यह जानकारी मिली है।

रैपिडो का वर्तमान में देश भर में कुल कैब राइड का 12 से 15 प्रतिशत हिस्सा हवाईअड्डा राइड का है। अलबत्ता यह प्लेटफॉर्म प्रमुख हवाईअड्डों पर अपनी सेवा बढ़ा रहा है।

First Published - June 12, 2025 | 11:04 PM IST

संबंधित पोस्ट