बैजूस (Byju’s) के 1.2 अरब डॉलर के टर्म लोन बी (TLB) और साथ ही ऋण पर कंपनी द्वारा चार करोड़ डॉलर के ब्याज भुगतान की चूक करने पर अमेरिका में एडटेक फर्म और ऋणदाताओं के बीच कानूनी लड़ाई ने अन्य निवेशक डेविडसन केम्पनर कैपिटल मैनेजमेंट को अत्यंत चिंतित कर दिया है। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
उन्होंने कहा कि बैजूस ने अमेरिका की निवेश फर्म से 2,000 करोड़ रुपये (25 करोड़ डॉलर) का दौर समाप्त कर दिया है और वह कंपनी में उस पूंजी के विभिन्न किस्त प्रवाह को रोकने या धीमा करने पर विचार कर सकती है। सूत्रों ने कहा कि वह भविष्य में कोई नई रकम नहीं देने या ऐसे किसी दौर में भाग नहीं लेने का भी फैसला कर सकती है।
इस मामले से अवगत एक सूत्र ने कहा कि वे अत्यंत चिंतित हैं। वे उस राशि का एक हिस्सा आवंटित कर चुके हैं और शायद आगे कोई भुगतान न हो।
सूत्रों के अनुसार पूंजी का वितरण अब भी डेविड केम्पनर के नियंत्रण में है। अगर कुछ चूक होती है, तो ऋणदाता आवंटन (और राशि का) नहीं करने का विकल्प चुन सकती है।
केम्पनर ने शुक्रवार को भेजे गए सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
बैजूस ने अमेरिकी निवेश प्रबंधन फर्म रेडवुड के खिलाफ मुकदमा दायर किया है और 1.2 अरब डॉलर के टर्म लोन बी (टीएलबी) भुगतान वसूली में तेजी लाने के ऋणदाताओं के प्रयासों को चुनौती दी। बैजूस इस ऋण पर करीब चार करोड़ डॉलर का ब्याज चुकाने में भी विफल रही है। इस तरह वह अमेरिका के ऋण पर चूक करने वाली एकमात्र भारतीय स्टार्टअप बन गई है।