निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति विभाग (दीपम) की ओर से गैर प्रमुख संपत्तियों के लिए आयोजित अब तक की पहली बोली खरीदारों को लुभाने में नाकाम रही है। भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की जमीन की बिक्री के लिए दीपम की संपत्ति मुद्रीकरण पोर्टल पर पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं आई, जिससे कम से कम 470 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद की गई थी। दीपम ने अपने संपत्ति सलाहकारों से कहा है कि वे बोली के मानदंडों से जुड़े मसलों को चिह्नित करें, जिसका समाधान किया जा सके।
नवंबर 2021 में दीपम ने संपत्ति मुद्रीकरण के लिए विकसित किए गए अपने नए ई-बिडिंग पोर्टल के माध्यम से बीएसएनएल और एमटीएनएल की 6 संपत्तियों को बेचने के लिए सूचीबद्ध किया था। इस पोर्टल को सरकारी कंपनी एमएसटीसी ने विकसित किया था। एमटीएनएल और बीएसएनएल की संपत्तियों का मुद्रीकरण भी केंद्र सरकार द्वारा 2019 में घोषित पुनरुद्धार पैकेज का हिस्सा था।
दूरसंचार विभाग उम्मीद कर रहा था कि सभी 6 संपत्तियों की बिक्री से 3,000 करोड़ रुपये मिलेंगे, जिसमें बीएलएनएल की 4 जमीनें और मुंबई में एमटीएनएल के आवासीय फ्लैट शामिल हैं।
एमटीएनएल द्वारा बेचने के लिए रखे गए फ्लैटों को कुछ प्रतिक्रिया मिली है। एक अधिकारी ने कहा कि हैदराबाद की बीएसएनएल की करीब 400 करोड़ रुपये और राजपुरा की 70 करोड़ रुपये की जमीन का कोई लिवाल नहीं मिला। बहरहाल यह माना जा रहा है कि इन सभी 6 संपत्तियों के लिए पर्याप्त प्रतिक्रिया न मिलने के कारण फिर से बोली आमंत्रित की जाएगी।
ऐसा तब हुआ है जब सरकार ने प्राथमिक मूल्यांकन के लिए संपत्ति सलाहकार नियुक्त किया था, जिसे ऐसी संपत्ति का अधिग्रहण करने वालों की तरफ से पर्याप्त प्रतिक्रिया मिली थी।
दीपम ने संपत्ति सलाहकारों से कहा है कि वह उन मसलों को चिह्नित करें, जिसके कारण निजी क्षेत्र ने इसमें उत्साह नहीं दिखाया है। उनसे नियम व शर्तों में जरूरी बदलाव तय करने के लिए भी कहा गया है।
सीबीआरई दक्षिण एशिया प्राइवेट लिमिटेड, जेएलएल प्रॉपर्टी कंसल्टेंड (इंडिया) कुशमैन ऐंड वेकफील्ड और नाइट फ्रैंक (इंडिया) प्रा. लि. बीएलएनएल और एमटीएनएल की इन 6 संपत्तियों की बिक्री में सरकार के सलाहकार के रूप में काम कर रही हैं।