सरकारी कंपनी BSNL का लक्ष्य अगले 12 से 24 महीनों में 4जी के 10 करोड़ ग्राहकों तक पहुंच बनाना है। बीएसएनएल की 4जी (4G Internet) सेवाएं पूरे देश में उपलब्ध हैं।
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया कि अभी देश में 110 करोड़ टेलीकॉम यूजर्स है और इनमें से करीब 76.9 करोड़ 4जी का इस्तेमाल करने वाले हैं।
भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) और MTNL के संयुक्त रूप से 10.5 करोड़ टेलीकॉम 2जी या 3जी इस्तेमालकर्ता हैं। इन दोनों की कुल मार्केट में हिस्सेदारी करीब 9.1 फीसदी है।
कंपनी की योजना इस वर्ष के अंत तक 5जी सेवा को शुरू करने की है। उम्मीद यह है कि इनकी इस वर्ष के मध्य तक ठीक ठाक पहुंच होगी। इस क्रम में कई वर्षों की ढुलमुल प्रतिबद्धता के बाद इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है।
वैष्णव ने बताया, ‘4जी योजना की पहुंच को बढ़ाने का काम शुरू कर दिया गया है। हमें उम्मीद है कि इसका साल के अंत तक ठीक ठाक दायरा होगा। हमें उम्मीद है कि अगले एक या दो साल में 4 जी सेवा के 10 करोड़ ग्राहक होंगे। इस साल के अंत तक 5 जी को लॉन्च कर दिया जाएगा।’
इस टेलीकॉम कंपनी ने कुछ दिन पहले टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के नेतृत्व वाले 15,000 करोड़ रुपये के कंसोर्टियम की खरीद के लिए अग्रिम भुगतान किया है। इसके तहत तेजस सॉफ्टवेयर (टाटा द्वारा संचालित), रेडियो एक्सेस नेटवर्क और सी- डॉट तकनीक मुहैया करवाई जाएगी।
मंत्रियों के समूह ने बीएसएनएल की 1,00,000स्थानों पर स्पेक्ट्रम सेवाएं मुहैया करवाने, नेटवर्क गीयर खरीदने, तीसरे पक्ष की वस्तुओं और 10 साल के सालाना रखरखाव ठेकों के लिए 2,450 करोड़ रुपये के कोष को मंजूरी दे दी है। देश के कुछ भागों खासतौर पर तमिलनाडु और केरल में बीएसएनएल का मजबूत ब्रांड है।
BSNL का लक्ष्य अपने 2जी और 3जी के ग्राहकों को 4जी में स्थानांतरित करना
विश्लेषकों के अनुसार बीएसएनएल का लक्ष्य अपने 2 जी और 3 जी के ग्राहकों को 4 जी में स्थानांतरित करना है। इससे बीएसएनएल को प्रति उपयोगकर्ता अपने औसत में पर्याप्त वृद्धि करना है। यह वोडाफोन आइडिया के ग्राहकों को भी आकर्षित कर सकता है क्योंकि वोडाफोन ने 5जी सेवा को शुरू नहीं किया है और अपने ग्राहकों को खो रही है। वोडाफोन आइडिया के 2 जी के 10 करोड़ ग्राहक हैं।
बीएसएनएल और एमटीएनएल को प्रतिस्पर्धी 4 जी और 5 जी सेवाओं के लिए अपने नेटवर्क को और मजबूत बनाना होगा और नई तकनीक वाले अधिक टॉवर की जरूरत होगी। ये दोनों ऑपरेटर 5जी के 2,00,000 टॉवर स्थापित कर चुके हैं। बीएसएनएल की 4 जी और 5 जी तकनीक की खासियत यह है कि इसका कोर पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर विकसित है और इसमें निविदाएं केवल घरेलू कंपनियां ही कर सकती हैं।
अब सरकार भारत से 4जी तकनीक के निर्यात पर जोर दे रही है। वैसे रिलायंस जियो ने अपने कोर को स्वयं विकसित किया है और इसके निर्यात पर भी कार्य कर रहा है।