निजीकरण की प्रक्रिया से गुजर रही भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने गुरुवार को स्पष्ट करते हुए कहा कि उसका पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड और इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) में अपनी हिस्सेदारी बेचने का कोई इरादा नहीं है। इससे पहले कहा जा रहा था कि इन दोनों गैस कंपनियों में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचने से बीपीसीएल के नए मालिक को खुली पेशकश लाने की जरूरत नहीं रहेगी। बीपीसीएल के पास भारत की सबसे बड़ी तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयातक पेट्रोनेट में 12.5 फीसदी और गैस विपणन कंपनी आईजीएल में 22.5 फीसदी हिस्सेदारी है। बीपीसीएल दोनों सूचीबद्ध कंपनियों की प्रवर्तक है और उनके निदेशक मंडल में स्थान रखती है।
निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) द्वारा मूल्यांकन की गई कानूनी स्थिति के अनुसार, बीपीसीएल के अधिग्रहणकर्ता को पेट्रोनेट और आईजीएल के अल्पांश शेयरधारकों के समक्ष 26 फीसदी शेयरों के अधिग्रहण के लिए खुली पेशकश करनी होगी। दीपम बीपीसीएल में सरकार की पूरी 52.98 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया को संचालित कर रहा है। बीपीसीएल के वित्त विभाग के निदेशक एन विजय गोपाल ने निवेशकों के साथ बातचीत में कहा, पेट्रोनेट और आईजीएल में अपनी हिस्सेदारी बेचने का कोई इरादा नहीं है।
बीएमडब्ल्यू इंडिया ने बढ़ाई डीलर वॉरंटी
बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया ने गुरुवार को कहा कि उसने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर सेवा और मरम्मत पैकेज के साथ डीलर वॉरंटी को 30 जून तक बढ़ा दिया है। समूह ने एक बयान में कहा कि यह विस्तार उन सभी बीएमडब्ल्यू और मिनी ग्राहकों पर लागू है, जिनकी वॉरंटी और सेवा या मरम्मत पैकेज 31 मार्च से 29 जून 2021 के बीच खत्म हो रहे हैं। भाषा