BharatPe Q2 Results: फिनटेक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी भारतपे का संयुक्तत एबिटा घाटा वित्त वर्ष 24 में कम होकर 209 करोड़ रुपये रह गया। वित्त वर्ष 23 में उसने 826 करोड़ रुपये घाटा दर्ज किया था। गुरुग्राम की इस कंपनी का परिचालन राजस्व पिछले साल की तुलना में 39 प्रतिशत बढ़कर 1,426 करोड़ रुपये हो गया जो पहले 1,029 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने कहा कि सालाना आधार पर उसके नकदी व्यय में 85 प्रतिशत तक की कमी आई है। कंपनी के प्लेटफॉर्म के जरिये दिए गए ऋणों से औसत मर्चेंट लेंडिंग पोर्टफोलियो में पिछले साल के मुकाबले 40 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।
भारतपे के मुख्य कार्य अधिकारी नलिन नेगी ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2024 हमारे लिए उपलब्धि वाला रहा क्योंकि भारतपे अक्टूबर 2024 में एबिटा को लाभ में ले आई। साथ ही हमने वित्त वर्ष 24 में अपना नकदी व्यय खासा कम कर दिया तथा हम स्थायी और लाभदायक कारोबार बनाने की राह पर हैं।’
कंपनी ने कहा कि वह ऋण देने वाले अपने कारोबार का विस्तार करने और अपने मर्चेंट नेटवर्क के लिए पॉइंट-ऑफ-सेल (पीओएस) उपकरण, साउंडबॉक्स जैसी नई पेशकशों की शुरुआत करने तथा उपभोक्ता प्रधान कारोबार का विस्तार करने पर ध्यान देगी।
नेगी ने कहा, ‘हम अपने मिशन पर लगातार ध्यान केंद्रित करते रहे और वित्त वर्ष 2024 में पूरे भारत में ऑफलाइन व्यापारियों और एसएमई (छोटे और मझोल उद्यमों) के लिए ऋण की पहुंच को सक्षम किया।’