प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
पुणे की प्रमुख दो पहिया वाहन कंपनी बजाज ऑटो ने चालू वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में अपना अब तक का सबसे अधिक राजस्व और कर पश्चात लाभ दर्ज किया है। इसके अलावा, कंपनी समेकित राजस्व भी एक साल पहले के मुकाबले 18.8 फीसदी बढ़कर 15,734.7 करोड़ रुपये हो गया और कर पश्चात मुनाफा 53.2 फीसदी बढ़कर 2122 करोड़ रुपये हो गया। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर बजाज का शेयर सपाट रहा।
वाहनों के बेहतर मिश्रण और अब तक की सबसे अच्छी स्पेयर पार्ट्स की बिक्री के साथ-साथ मजबूत निर्यात गति के कारण कंपनी का एबिटा पहली बार 3,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया और मार्जिन भी 20.5 फीसदी तक पहुंच गया। अनुकूल मुद्रा प्राप्ति और परिचालन लीवरेज ने शुद्ध लागत मुद्रास्फीति की भरपाई से कहीं अधिक की। मार्जिन भी एक तिमाही पहले के मुकाबले 70 आधार अंकों से अधिक बढ़ा।
वित्तीय नतीजे जारी करने के बाद बजाज ऑटो के कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि सितंबर का महीना थोड़ा उतार-चढ़ाव भरा रहा, क्योंकि माल एवं सेवा कर की नई दरों (जीएसटी 2.0) की घोषणा के बाद बिक्री में भारी गिरावट आई और फिर 22 सितंबर के बाद इसमें तेजी आई। उन्होंने स्वीकार किया कि तिमाही दौरान अधिकतर वक्त आपूर्ति की कमी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा दुर्लभ मैग्नेट की आपूर्ति संबंधी समस्या के कारण ई-तिपहिया वाहनों के लिए करीब 15 फीसदी और चेतक के लिए 50 फीसदी कमी का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘सितंबर के अंत तक हम इसे सुलझा रहे थे और आपूर्ति शुरू हो गई।’ बजाज के घरेलू राजस्व का लगभग 20 फीसदी अब इलेक्ट्रिक कारोबार से आता है और इसकी लाभप्रदता दो अंकों में पहुंच गई है।
इसके अलावा, अफ्रीका में दो अंकों की वृद्धि के कारण कुल निर्यात राजस्व में भी एक साल पहले के मुकाबले 35 फीसदी की वृद्धि हुई। वाणिज्यिक वाहनों में इलेक्ट्रिक पोर्टफोलियो का योगदान रहा, जो एक साल पहले के मुकाबले 1.5 गुना बढ़ा और समीक्षाधीन अवधि में इस ‘रिकी’ की पेशकश के साथ बड़े ई-रिक्शा बाजार में प्रवेश किया गया, जिसकी शुरुआत 4 शहरों में हुई और जिसका तेजी से विस्तार होने की उम्मीद है।
टॉरंट समूह की प्रमुख कंपनी टॉरंट फार्मास्युटिकल्स का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 30 फीसदी बढ़कर 591 करोड़ रुपये रहा। दवा कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 453 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। टॉरंट फार्मा ने शुक्रवार को शेयर बाजार को बताया कि दूसरी तिमाही में उसका राजस्व बढ़कर 3,302 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 2,889 करोड़ रुपये था। कंपनी ने कहा कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान उसका भारत का राजस्व 1,820 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 12 फीसदी अधिक है। दूसरी तिमाही के दौरान ब्राजील कारोबार से राजस्व 318 करोड़ रुपये और अमेरिका में 337 करोड़ रुपये रहा।
वित्तीय सेवा कंपनी चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट ऐंड फाइनैंस कंपनी लिमिटेड (सीआईएफसीएल) का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 20 फीसदी बढ़कर 1,155 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही में उसे 963 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025-26 की जुलाई-सितंबर तिमाही में उसकी कुल आय 21 फीसदी बढ़कर 7,590 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 6293 करोड़ रुपये थी।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी पावर फाइनैंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 9 फीसदी बढ़कर 7,834.39 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में यह जानकारी दी। पीएफसी ने वित्त वर्ष 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 7,214.90 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया था। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 28,901.22 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 25,754.73 करोड़ रुपये थी। कंपनी के निदेशक मंडल ने 3.65 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश भी घोषित किया। इसके साथ कुल मिलाकर अंतरिम लाभांश 7.35 रुपये प्रति शेयर हो गया है।
दवा कंपनी डिवीज लैबोरेटरीज लि. का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 35 फीसदी बढ़कर 689 करोड़ रुपये रहा। डिवीज लैबोरेटरीज ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में यह जानकारी दी। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 510 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।