facebookmetapixel
$100K H-1B वीजा फीस ‘गैरकानूनी’! अमेरिकी कंपनियों ने ट्रंप प्रसासन के ​खिलाफ किया केसनिवेशकों के लिए दिवाली गिफ्ट! 7 टॉप ब्रोकरेज ने बताए तगड़े स्टॉक्स, 46% तक रिटर्न की उम्मीदWipro Share: मिलेजुले नतीजों के बाद 4% टूटा शेयर, निवेशकों में चिंता बढ़ी; बेच दें या होल्ड करें शेयर ?संवत 2082 में बनेगा पैसा ही पैसा! टेक्निकल चार्ट्स बता रहे – इन 10 दमदार शेयरों में 44% तक मुनाफे का मौकाGold-Silver at New High: धनतेरस से पहले सोना ₹1.31 लाख पार, चांदी भी नई ऊंचाई परMidwest IPO GMP: अप्लाई करने का आखिरी मौका, ग्रे मार्केट में दिख रहा उत्साह; ₹2000 हो सकती है कमाई?Q2 Results Today 2025: रिलायंस, JSW स्टील समेत 80 कंपनियों के आज आएंगे नतीजे, लिस्ट में टाटा ग्रुप की कंपनी भी शामिलMuhurat trading 2025: पिछले 5 सालों में हर बार बढ़ा बाजार – क्या इस दिवाली फिर चमकेगा दलाल स्ट्रीट?Stocks to watch, Oct 17: RIL से लेकर Infosys और Wipro तक; शुक्रवार को इन स्टॉक्स पर रहेगा फोकसStock Market Update: गिरावट में खुला बाजार, सेंसेक्स 100 से ज्यादा अंक गिरा; निफ्टी 25550 के करीब

पोर्टफोलियो मैनेजमेंट इंडस्ट्री का AUM 15 फीसदी बढ़कर 28.5 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा, SEBI ने जारी किए आंकड़े

विशेषज्ञों का कहना है कि अगले तीन से पांच साल के दौरान यह उद्योग 20 से 25 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा

Last Updated- August 27, 2023 | 12:32 PM IST
Adani bribery case: Adani Group on SEBI's radar, may investigate violation of disclosure rules SEBI की रडार पर अदाणी ग्रुप, डिस्क्लोजर नियमों के उल्लंघन की कर सकती है जांच

उच्च नेटवर्थ वाले लोगों की संख्या बढ़ने और उनकी परंपरागत निवेश उत्पादों से आगे अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने की जरूरत की वजह से जून अंत तक पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं के प्रबंधन के तहत संपत्तियां (एयूएम) सालाना आधार पर 15 प्रतिशत बढ़कर 28.5 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि अगले तीन से पांच साल के दौरान यह उद्योग 20 से 25 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा पीएमएस (पोर्टफोलियो प्रबंधन योजना) सेवाओं की अनुकूलित प्रकृति और एक विकसित नियामकीय परिवेश ने भरोसे और नवोन्मेषण को बढ़ावा दिया है जिससे उद्योग की वृद्धि में मदद मिली है।

सिर्फ उद्योग की संपत्ति का आधार ही नहीं बढ़ा है, बल्कि इसके ग्राहकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।

उद्योग के आंकड़ों से पता चलता है कि जून तक देश में पीएमएस ग्राहकों की संख्या बढ़कर 2.8 लाख हो गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत की वृद्धि है।

राइट रिसर्च की संस्थापक एवं कोष प्रबंधक सोनम श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि देश में पीएमएस ग्राहकों के निवेश का औसत आकार अच्छा-खासा यानी 10 करोड़ रुपये है, जो दर्शाता है कि निवेशक पीएमएस पर भरोसा करते हैं और इसमें पूंजी लगा रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उद्योग में दबदबा स्पष्ट है, शीर्ष 10 पीएमएस प्रदाताओं का कुल एयूएम में 60 प्रतिशत से अधिक का हिस्सा है, जो उनके महत्वपूर्ण प्रभाव और बाजार हिस्सेदारी को दर्शाता है।’’

सेबी के आंकड़ों के अनुसार, पोर्टफोलियो प्रबंधन उद्योग की प्रबंधन के तहत संपत्तियां (एयूएम) जून के अंत में 28.50 लाख करोड़ रुपये थीं, जबकि पिछले महीने के अंत में यह 28.07 लाख करोड़ रुपये थी। साल-दर-साल आधार पर पीएमएस द्वारा प्रबंधित कुल संपत्तियों में 14.81 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

पोर्टफोलियो प्रबंधकों द्वारा प्रबंधित संपत्ति पिछले पांच साल से लगातार बढ़ रही है और 2022-23 के अंत तक यह 27.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी।

First Published - August 27, 2023 | 12:32 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट