भारतीय शेयर बाजार सप्ताह के अंत में हरे निशान के साथ बंद हुए। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 484.53 अंक चढ़कर 83,952.19 पर बंद हुआ। दिनभर में ये 704.58 अंक तक उछला और 84,172.24 तक पहुंच गया। एनएसई निफ्टी भी 124.55 अंक की तेजी के साथ 25,709.85 पर खत्म हुआ। ये तीसरा दिन है जब बाजार लगातार ऊपर चढ़ा। बैंकिंग और तेल कंपनियों के शेयरों में खरीदारी से ये कमाल हुआ। विदेशी फंडों का पैसा भी आया, जिसने बाजार को सपोर्ट दिया।
दिनभर बाजार में उतार-चढ़ाव रहा। कभी ऊपर तो कभी नीचे। लेकिन आखिर में बढ़त पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से कई ने अच्छा प्रदर्शन किया। एशियन पेंट्स सबसे ज्यादा 4.18 प्रतिशत उछली। महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज भी बढ़त में रहीं। ये सब ब्लू-चिप शेयर हैं, जो बाजार को मजबूती देते हैं।
हालांकि, कुछ कंपनियां पिछड़ गईं। इंफोसिस, एचसीएल टेक, इटरनल, टेक महिंद्रा और टाटा स्टील जैसे शेयर नीचे आए। गुरुवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 997.29 करोड़ रुपये की शेयर खरीदारी की। घरेलू संस्थागत निवेशकों ने भी 4,076.20 करोड़ रुपये के स्टॉक खरीदे। ये आंकड़े एक्सचेंज से आए हैं।
एशिया के बाजार मिले-जुले रहे। साउथ कोरिया का कोस्पी ऊपर बंद हुआ। लेकिन जापान का निक्केई 225, शंघाई का एसएसई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग नीचे गिरे। यूरोप में बाजार तेजी से गिर रहे थे। अमेरिका के बाजार भी गुरुवार को नीचे बंद हुए थे। ग्लोबल ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.92 प्रतिशत गिरकर 60.50 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है।
गुरुवार को बाजार में जबरदस्त उछाल था। सेंसेक्स 862.23 अंक चढ़कर 83,467.66 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 261.75 अंक बढ़कर 25,585.30 तक पहुंचा था। निवेशक अब आगे की खबरों पर नजर रखेंगे। बैंकिंग शेयरों में रुचि बनी हुई है। तेल कंपनियां भी मजबूत दिख रही हैं। बाजार के जानकार कहते हैं कि विदेशी फंडों का आना अच्छा संकेत है। लेकिन ग्लोबल असर से सावधानी बरतनी होगी।
शेयर बाजार में ये उतार-चढ़ाव आम है। शुक्रवार की बढ़त से निवेशकों का मनोबल बढ़ा। ब्लू-चिप कंपनियां बाजार को संभाल रही हैं। आईटी सेक्टर थोड़ा कमजोर लगा, लेकिन कुल मिलाकर सकारात्मक माहौल है। एफआईआई और डीआईआई दोनों का सपोर्ट मिल रहा है। एशियन बाजारों में मिला-जुला रुझान रहा। यूरोप और अमेरिका की गिरावट से थोड़ा दबाव आया। लेकिन भारतीय बाजार ने अच्छा प्रदर्शन किया। ब्रेंट क्रूड की गिरावट से तेल कंपनियों पर असर पड़ सकता है। लेकिन अभी सब ठीक चल रहा है। बाजार अगले हफ्ते की शुरुआत पर नजर रखेगा।