Market This Week: भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के अंतिम ट्रेडिंग सेशन यानी शुक्रवार (17 अक्टूबर) को बढ़त के साथ बंद हुए। एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज शेयरों में उछाल से बाजार को सपोर्ट मिला। कंपनियों के तिमाही नतीजों में सुधार की उम्मीदों और दिसंबर में संभावित ब्याज दर कटौती की अटकलों से बाजार की धारणा मजबूत रही। इस बढ़त के साथ प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी-50 और सेंसेक्स साप्ताहिक बढ़त के साथ बंद होने में कामयाब रहे।
निफ्टी-50 (Nifty-50) इंडेक्स शुक्रवार को 0.49 फीसदी चढ़कर 25,709.85 के लेवल पर बंद हुआ। यह निफ्टी का एक साल का हाई लेवल है। जबकि बीएसई सेंसेक्स 0.58 फीसदी बढ़कर 83,952.19 पर बंद हुआ। दोनों इंडेक्स में सप्ताह के दौरान लगभग 1.7 फीसदी की बढ़त दर्ज की और अब सितंबर 2024 के अपने रिकॉर्ड हाई लेवल स्तर से करीब 2.5 फीसदी नीचे हैं।
नेस्ले इंडिया के मजबूत तिमाही नतीजों से कंजम्प्शन सेक्टर में सुधार के संकेत मिले। कंपनी को हाल की सरकारी कर कटौती से फायदा हुआ। इसके शेयर इस सप्ताह 7.5 फीसदी चढ़े। भारतीय रिजर्व बैंक की ताजा मौद्रिक नीति बैठक के मिनट्स से दिसंबर में ब्याज दर कटौती की उम्मीदें बढ़ीं। इससे रेपो रेट से जुड़े सेक्टरों में तेजी आई।
कंजम्प्शन शेयर 3 फीसदी, ऑटो शेयर 2 फीसदी और रियल एस्टेट शेयर 4.1 फीसदी बढ़े। फाइनेंशियल और बैंकिंग सेक्टर में क्रमशः 2.6 फीसदी और 2 फीसदी की बढ़त रही। दोनों सेक्टर नए रिकॉर्ड स्तरों पर पहुंच गए।
एनरिच मनी में सीईओ पोनमुड़ी आर ने कहा, ”भारतीय शेयर बाजार ने सप्ताह का अंत मजबूती के साथ किया। निफ्टी 50 और बैंक निफ्टी दोनों ही अपने महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक प्रतिरोध स्तरों को पार करते हुए बढ़त के साथ बंद हुए। यह बढ़त संस्थागत निवेशकों की लगातार भागीदारी और व्यापक खरीदारी रुचि से समर्थित रही। वैश्विक स्तर पर मिश्रित संकेतों के बावजूद घरेलू बाजार भावना मजबूत बनी रही। इसका श्रेय वित्तीय, ऑटो और एफएमसीजी शेयरों में मजबूती को जाता है।”
इस सप्ताह मिडकैप इंडेक्स में 0.4 फीसदी की बढ़त रही। जबकि स्मॉलकैप लगभग स्थिर रहे। दिन के दौरान निफ्टी 50 के तीन सबसे भारी शेयरों एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बाजार को सहारा दिया। एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक क्रमशः 0.8 फीसदी और 1.4 फीसदी बढ़े जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर नतीजों से पहले 1.3 प्रतिशत ऊपर बंद हुए।
दूसरी तरफ, आईटी सेक्टर इंडेक्स में 1.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। विप्रो और इंफोसिस क्रमशः 5.1 प्रतिशत और 2.1 फीसदी फिसले, जबकि उनके राजस्व ने दूसरी तिमाही के अनुमानों को पार कर लिया। विश्लेषकों ने हालांकि मार्जिन पर दबाव को लेकर चिंता जताई। सीएलएसए (CLSA) के अनुसार, इंफोसिस का FY2026 राजस्व वृद्धि अनुमान (2%-3%) अत्यधिक सतर्क माना जा रहा है।
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निवेशकों को इस हफ्ते बाजार में 3.98 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा हुआ है। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप इस हफ्ते (13 अक्टूबर- 17 अक्टूबर) को बढ़कर 4,66,92,713 करोड़ रुपये हो गया। यह पिछले हफ्ते शुक्रवार (10 अक्टूबर) को यह 46,294,314 करोड़ रुपये था। इस तरह, बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप साप्ताहिक आधार पर 3,98,399 करोड़ रुपये बढ़ा है।