दवा निर्माता एस्ट्राजेनेका कई महत्वपूर्ण दवाओं का आयात करने की योजना बना रही है और फिलहाल भारत में करीब 50 क्लीनिकल परीक्षण कर रही है।
फार्मा कंपनी सांस के संक्रमण के लिए पैलिविजुमैब, कैंसर के लिए ट्रेमेलिमुमैब और अस्थमा के लिए बुडेसोनाइड, फॉर्मोटेरोल फ्यूमरेट, ग्लाइकोपाइरोनियम फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (एफडीसी) का आयात करने की योजना बना रही है। कंपनी ने कहा कि हालांकि ये योजनाएं सभी जरूरी वैधानिक नियामकीय मंजूरी पर निर्भर करती हैं।
पिछले सप्ताह एस्ट्राजेनेका की नई दवा एंडेक्सनेट अल्फा (रक्तस्राव संबंधी जटिलताओं के लिए) को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से आयात करने की अनुमति मिली थी। कंपनी ने कहा है कि एंडेक्सनेट अल्फा की कीमत ‘टिकाऊ और उचित स्वास्थ्य देखभाल के वातावरण’ को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता से प्रेरित रहेगी।
एंडेक्सनेट अल्फा को विशेष रूप से आपातकालीन स्थितियों के दौरान एंटीकोआगुलेंट दवाओं के असर से निपटने के लिए तैयार किया गया है।
भारत में विभिन्न चिकित्सीय क्षेत्रों में चल रहे 50 से अधिक वैश्विक क्लीनिकल परीक्षणों के साथ एस्ट्राजेनेका ने कहा ‘हमारा बहुकेंद्रित दृष्टिकोण विनियामकी जरूरतों के अनुरूप है, जो अनुमोदन के लिए स्थानीय क्लीनिकल परीक्षण पर आधारित कारगर आंकड़ों के महत्व पर जोर देता है।
उपयुक्त देशों का चयन करने के लिए हमारे व्यावहारिक आकलन में परिचालन, चिकित्सा और वाणिज्यिक दृष्टिकोण पर सावधानीपूर्वक विचार किया जाता है। यह दृष्टिकोण देश की स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकताओं के साथ तालमेल सुनिश्चित करता है, चिकित्सा विज्ञान को आगे बढ़ाने और विशिष्ट चुनौतियों का समाधान करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाता है।’