अपोला ह़ॉस्पिटल्स कारोबार विस्तार की योजना पर काम कर रही है। कंपनी ने कहा है कि वह मुंबई और बेंगलूरु जैसे शहरों में अपनी उपस्थिति बढ़ाएगी। एक महीने पहले निजी इक्विटी कंपनी एडवेंट इंटरनैशनल और अपोलो हेल्थको ने एक समझौता किया था। इसके बाद ओपोल ह़ॉस्पिटल्स एंटरप्राइज (एएचईएल) ने कारोबार विस्तार करने की बात कही है। अपोलो ह़ॉस्पिटल्स अपोलो हेल्थको की मूल कंपनी है।
कंपनी मुंबई में 500 बिस्तरों वाले दो अस्पताल तैयार करेगी। इन पर कंपनी लगभग 2,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। बेंगलूरू मे भी कंपनी 400-500 बिस्तरों वाला अस्पताल शुरू करेगी। एडवेंट और अपोलो हेल्थको के बीच निवेश संबंधी एक समझौता हुआ है। इसके तहत एडवेंट अपोलो हेल्थको में 2,475 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इस सौदे के माध्यम से एएचईएल को 890 करोड़ रुपये मिले हैं जिनका इस्तेमाल कारोबार विस्तार के लिए होगा।
कंपनी अगले तीन वर्षों के दौरान लगभग 3,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश करना चाहती है और इसके बूते वह अपने अस्पतालों में 2,400 बिस्तर और बढ़ाएगी। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी कृष्णन अखिलेश्वरन ने कहा, ‘सभी शहरी क्षेत्रों में हम 400 से 500 बिस्तरों वाले अस्पताल शुरू करना चाहते हैं। मुंबई में प्रत्येक बिस्तर पर 2 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मुंबई में हम 500 बिस्तर वाले अस्पताल शुरू करेंगे।‘
अपोलो ग्रुप के प्रवर्तकों के स्वामित्व वाली थोक वितरण कंपनी कीम्ड का विलय भी अपोलो हेल्थको के साथ होगा। अखिलेश्वरन ने कहा, ‘यह विलय अगले 24 से 30 महीनों के बीच हो जाएगा। अगली छह से आठ तिमाहियों में अपोलो ट्वेंटी फोर सेवन भी लगभग फायदे की स्थित में आ जाएगी। ऐसा होने पर हेल्थको खुद का एक बड़ा कारोबार बन जाएगा।
कीम्ड के विलय के बाद कारोबार बढ़कर 25,000 करोड़ रुपये हो जाएगा। तीन वर्षों में यह एक एकीकृत दवा वितरण कंपनी बन जाएगी।‘ वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में एएचईएल का शुद्ध मुनाफा बढ़कर 258 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।