फूड एग्रीगेटर्स और रेस्तरां के बीच चल रहे मौजूदा विवाद ने तीसरे विकल्प की मांग को फिर से हवा दे दी है। मैजिकपिन के सह-संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी अंशु शर्मा ने उदिशा श्रीवास्तव को बताया कि यह प्लेटफॉर्म किस तरह रेस्तरों के समर्थन के बल पर खुद को उस विकल्प के रूप में स्थापित कर रहा है। उन्होंने मैजिकपिन के विस्तार और ओएनडीसी (डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क) के एकीकरण के बारे में भी जानकारी दी। प्रमुख अंश …
क्या आप मैजिकपिन की बाजार हिस्सेदारी और वृद्धि की रणनीति के बारे में बता सकते हैं?
फूड डिलिवरी में खास तौर पर दिल्ली और बेंगलूरु में मैजिकपिन के पास 10 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है। इस साल हमारा इरादा इतनी ही बाजार हिस्सेदारी के लक्ष्य के साथ मुंबई, पुणे, हैदराबाद और कोलकाता समेत 10 और शहरों में विस्तार करने का है। राष्ट्रीय स्तर पर हम चाहते हैं कि फूड डिलिवरी की बाजार हिस्सेदारी 20 प्रतिशत हो।
आपकी विस्तार योजनाएं?
हम देश के शीर्ष 20 शहरों में काम करते हैं और हमने बाजार को 6,500 इलाकों में विभाजित कर दिया है। हम इन शहरों में अपनी मौजूदगी और बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं। हमारे साथ 2,00,000 व्यापारी जुड़े हुए हैं और हमारा लक्ष्य इन्हें दोगुना करना है। इसी तरह हमारे रेस्तरां साझेदारों की संख्या 1,00,000 है और इसे भी हम साल के आखिर तक दोगुना करने की योजना बना रहे हैं।
विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि की वजह से हमारे मैजिकफ्लीट राइडर की संख्या भी 15,000 से दोगुनी हो जाएगी। अभी हमारा बेड़ा मैजिकपिन के 60 प्रतिशत ऑर्डर पूरे करता है जबकि बाकी ओएनडीसी के साझेदार पूरा करते हैं। हमारा बेड़ा सबसे तेज पिकअप और डिलिवरी के लिए ओएनडीसी के अन्य भागीदारों के साथ प्रतिस्पर्धा करता है, जिससे हमारी लॉजिस्टिक क्षमताएं मज़बूत होती हैं।
आपकी तत्काल फूड डिलिवरी इकाई मैजिकनाउ कैसा प्रदर्शन कर रही है?
हम 15 से 18 मिनट के भीतर डिलिवरी करते हैं। हमने 2,000 स्टोर से शुरुआत की थी। अब हमारे पास 15,000 स्टोर हैं। व्यापारियों ने इन्हें तेजी से अपनाया है। आज हमारे लगभग 10 प्रतिशत ऑर्डर मैजिकनाउ के जरिये आते हैं। मैजिकनाउ का इस्तेमाल करने वाले ग्राहक ज्यादा संतुष्ट दिखते हैं तथा ज्यादा बार ऑर्डर देते हैं।
नैशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया और फूड एग्रीगेटर्स के बीच विवादों की वजह से मैजिकपिन विकल्प के रूप में उभर रही है। आप किस तरह अलग हैं?
अन्य फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म के विपरीत हम कभी भी डार्क स्टोरों का संचालन नहीं करेंगे। यह व्यापारियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के बजाय उनका समर्थन करना है। हम अपने खुद के क्लाउड किचन चलाने के बजाय मार्केटिंग और उनके लिए कारोबार बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इस प्रतिबद्धता ने शीर्ष ब्रांडों को हमारे साथ सहयोग करने और बेहतर दामों की पेशकश के लिए आकर्षित किया है।
ओएनडीसी के साथ मैजिकपिन का एकीकरण?
हम जो कर रहे हैं, उसके केंद्र में इस्तेमालकर्ताओं के स्मार्टफोन पर स्थानीय बाजारों की तुरंत पहुंच शामिल है। साल 2022 के आखिर में हमने ओएनडीसी से अपने व्यापारियों को उस प्लैटफॉर्म से जोड़ने के बारे में बात की थी, जहां बड़ी कंपनियां और ऐप उन्हें प्रदर्शित कर सकें। लिहाजा, साल 2023 में ओएनडीसी के साथ हमारा जुड़ाव हुआ। वर्तमान में हमारा 90 प्रतिशत कारोबार मैजिकपिन (विक्रेता और खरीदार दोनों से) से और 10 प्रतिशत अन्य खरीदार ऐप से आता है।