होलसिम समूह की कंपनी अंबुजा सीमेंट्स अगले पांच वर्षों में अपनी क्षमता बढ़ा कर दोगुनी करने की योजना बना रही है।
देश की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता कंपनी अपनी क्षमता विस्तार की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर चुकी है।कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि अंबुजा के लिए घरेलू बाजार में अपनी उपस्थिति बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि कई अन्य छोटी कंपनियां अगले कुछ वर्षों में अपनी क्षमता बढ़ा कर दोगुनी और तिगुनी करने जा रही हैं।
अंबुजा सीमेंट्स के प्रबंध निदेशक ए. एल. कपूर ने बताया, ‘अगले दो वर्षों में हम 2.7 करोड़ टन की क्षमता से लैस हो जाएंगे। इसके दो वर्ष बाद हम अतिरिक्त 1 करोड़ टन क्षमता के साथ तकरीबन 3.5 करोड़ टन क्षमता हासिल करने में सफल हो जाएंगे।’
फिलहाल 5,705 करोड़ रुपये की पूंजी वाली इस कंपनी की क्षमता 1.85 करोड़ टन है और उत्तर प्रदेश के दादरी, हिमाचल प्रदेश के नालागढ़, गुजरात के सनद और बिहार के बाढ़ में ग्राइंडिंग क्षमता में विस्तार किया जा रहा है। इन परियोजनाओं के 2010 तक पूरा होने की उम्मीद है।
कपूर ने कहा, ‘हम आंध्र प्रदेश में नदीकुडी संयंत्र की परियोजना पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। 2009 तक भाटापारा और राउरी में अपने क्लिंकर संयंत्रों के चालू हो जाने के बाद हम प्रस्ताव को बोर्ड के पास लेकर जाएंगे।’ नए संयंत्रों की भट्ठी क्षमता 1000 टन प्रति दिन होगी। इसके साथ-साथ हमने राजस्थान में भी एक संयंत्र की योजना बनाई है।
राजस्थान के संयंत्र में भट्ठियों की क्षमता लगभग 17,000 टन प्रति दिन होने की संभावना है।वैसे यह कंपनी अपने अन्य संयंत्रों में व्यस्तता की वजह से नदीकुडी संयंत्र पर अधिक ध्यान नहीं दे पाई है।