अमेरिका की दिग्गज दवा कंपनी एलाई लिली अगले साल भारत में मोटापा कम करने और मधुमेहरोधी दवा टरजेपाटाइड अथवा मॉनजारो पेश करने की योजना बना रही है। कंपनी ने कहा कि वह इसकी कीमत प्रतिस्पर्धी और उचित रखेगी।
कंपनी के प्रवक्ता ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कि उन्हें टाइप 2 मधुमेह और मोटापा दोनों के लिए मार्केटिंग अधिकार मिल गया है। प्रवक्ता ने कहा, ‘अन्य जरूरी नियामकीय मंजूरियां मिलने के बाद हमारा लक्ष्य साल 2025 तक भारत में टिरजेपेटाइड पेश करने
का है।’
कीमत के मसले पर प्रवक्ता ने कहा, ‘हमने अभी तक भारत में टरजेपाटाइड की कीमत तय नहीं की है। लेकिन लिली पक्का करेगी कि यह दवा जरूरतमंदों को हमेशा किफायती कीमत पर मिली रहे।
भारत में टरजेपाटाइड के लिए हमारी कीमत रणनीति प्रतिस्पर्धी और उचित रहेगी जो दवा के प्रभाव और टाइप 2 मधुमेह और मोटापे के इलाज में ज्यादा खर्च को कम करमे में मदद करती है।’
मधुमेह और मोटापा भारत में बढ़ती स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं हैं जिसका लोगों की सेहत और स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। भारत में मधुमेह के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। इस बीच, लिली की प्रतिद्वंद्वी डेनमार्क की कंपनी नोवो नॉर्डिस्क भी भारत में जल्द ही मोटापा कम करने की दवा वीगोवी लाने पर काम कर रही है। खबरों के मुताबिक कंपनी साल 2026 तक वीगोवी को भारतीय बाजार में पेश कर सकती है। हालांकि, नोवो नॉर्डिस्क ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।