Airtel Recharge Planएयरटेल द्वारा वर्ष के मध्य में सभी प्लान में दरें बढ़ाए जाने का अनुमान है। बार्सीलोना में मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस के अवसर पर भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील मित्तल ने कहा, ‘हम देश में वोडाफोन जैसे और उदाहरण नहीं चाहते। इसके लिए यह बेहद जरूरी है कि हमारे पास ऐसी मजबूत कंपनियां हों जो नई प्रौद्योगिकियों में निवेश कर सकें, ग्रामीण इलाकों तक पहुंच बना सकें, शानदार कवरेज और क्षमता मुहैया करा सकें।’
उन्होंने कहा, ‘दर वृद्धि सभी टैरिफ प्लान में की जाएगी।’
फरवरी के शुरू में भारती एयरटेल के मुख्य कार्याधिकारी गोपाल विट्ठल ने कहा था कि पूंजी पर अच्छे रिटर्न के लिए प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (ARPU) बढ़ाकर 300 रुपये के स्तर पर पहुंचाए जाने की जरूरत है और हमें उम्मीद है कि यह नियत समय में होगा। दूरसंचार कंपनियों ने वर्ष 2019 और 2021 में सभी स्लैब में दरें बढ़ाई थीं।
2019 की दूसरी तिमाही में एआरपीयू प्रभावित
वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में एयरटेल ने अपने बढ़ते 4जी ग्राहक आधार के साथ 193 रुपये का एआरपीयू दर्ज किया। कंपनी ने 6 साल पहले 190 रुपये से अधिक का एआरपीयू दर्ज किया था।
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में यह 202 रुपये रहा। उसके बाद एयरटेल के एआरपीयू में गिरावट आने लगी और वित्त वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में यह निचले स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह, वोडाफोन आइडिया का एआरपीयू भी समान तिमाही में सबसे कम रहा और उसके बाद से उसने सुधार दर्ज किया है।
एआरपीयू में क्यों आई गिरावट
सितंबर 2016 में अपनी शुरुआत के बाद रिलायंस जियो ने नवीनतम और कम कीमत की पेशकशों के साथ दूरसंचार क्षेत्र में पहचान बनाई। पहले 6 महीनों में, जियो ने मुफ्त में डेटा और वॉइस कॉल की पेशकश की थी। इंटरकनेक्ट यूसेज शुल्कों में धीरे धीरे कमी करने और जनवरी 2021 से इसे समाप्त किए जाने से भी अन्य दूरसंचार कंपनियों का एआरपीयू प्रभावित हुआ।