facebookmetapixel
Stock Split: 1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! इस स्मॉलकैप कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट जल्दसीतारमण ने सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों को लिखा पत्र, कहा: GST 2.0 से ग्राहकों और व्यापारियों को मिलेगा बड़ा फायदाAdani Group की यह कंपनी करने जा रही है स्टॉक स्प्लिट, अब पांच हिस्सों में बंट जाएगा शेयर; चेक करें डिटेलCorporate Actions Next Week: मार्केट में निवेशकों के लिए बोनस, डिविडेंड और स्प्लिट से मुनाफे का सुनहरा मौकाEV और बैटरी सेक्टर में बड़ा दांव, Hinduja ग्रुप लगाएगा ₹7,500 करोड़; मिलेगी 1,000 नौकरियांGST 2.0 लागू होने से पहले Mahindra, Renault व TATA ने गाड़ियों के दाम घटाए, जानें SUV और कारें कितनी सस्ती हुईसिर्फ CIBIL स्कोर नहीं, इन वजहों से भी रिजेक्ट हो सकता है आपका लोनBonus Share: अगले हफ्ते मार्केट में बोनस शेयरों की बारिश, कई बड़ी कंपनियां निवेशकों को बांटेंगी शेयरटैक्सपेयर्स ध्यान दें! ITR फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक, इन बातों का रखें ध्यानDividend Stocks: सितंबर के दूसरे हफ्ते में बरसने वाला है मुनाफा, 100 से अधिक कंपनियां बांटेंगी डिविडेंड

Air India के CEO ने बता दिया, अगले 4-5 साल में क्या होंगी मुश्किलें

‘हमने 570 विमानों का ऑर्डर (पिछले दो साल में) दिया है। यह कहना उचित होगा कि हर जगह कुछ न कुछ कमी है।'

Last Updated- March 18, 2025 | 11:19 PM IST
Ahmedabad plane crash puts focus on repeated DGCA warnings to Air India

विमान विनिर्माता कंपनियों – एयरबस और बोइंग के सामने आ रही आपूर्ति श्रृंखला की समस्याओं के कारण विमानन कंपनियों को विमान आपूर्ति अगले चार से पांच साल तक सीमित रहेगी और विमानन कंपनियां उड़ान के अपने नेटवर्क विस्तार को दुरुस्त करने के अलावा ज्यादा कुछ नहीं कर सकती हैं। एयर इंडिया के मुख्य कार्य अधिकारी और प्रबंध निदेशक कैम्पबेल विल्सन ने आज यह जानकारी दी।

फिलहाल एयर इंडिया के बेड़े में करीब 210 विमान हैं। किफायती विमानन वाली इसकी सहायक कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस के बेड़े में करीब 90 विमान हैं। पिछले नवंबर में विल्सन ने संवाददाताओं को बताया था कि समूह के बेड़े में विमानों की संख्या अगले तीन साल में 300 से बढ़कर तकरीबन 400 हो सकती है। स्किफ्ट इंडिया फोरम 2025 को संबोधित करते हुए विल्सन ने आपूर्ति श्रृंखला की उन समस्याओं के बारे में विस्तार से बताया, जिनकी वजह से विमानन कंपनियों को विमान की डिलिवरी में देर हो रही है।

उन्होंने कहा, ‘हमने 570 विमानों का ऑर्डर (पिछले दो साल में) दिया है। यह कहना उचित होगा कि हर जगह कुछ न कुछ कमी है। नैरो बॉडी वाले विमानों के मामले में कमी वाली चीज इंजन है। वाइड बॉडी वाले विमानों के मामले में प्रथम और व्यावसायिक श्रेणी की सीटों की आपूर्ति के संबंध में कमी है और इसने हमारे रेट्रोफिट (विनिर्माण के बाद किया जाने वाला बदलाव) कार्यक्रम को भी प्रभावित किया है।’

उन्होंने कहा, ‘बोइंग और एयरबस दोनों को अपने विमानों की उत्पादन लाइन में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि वे अपने आपूर्तिकर्ताओं से विमान के पुर्जे या हिस्से हासिल नहीं कर सकती हैं। इसलिए वास्तविकता यह है कि यह केवल भारत या एयर इंडिया का ही मामला नहीं है, बल्कि बाजार में आपूर्ति की बाधा होने जा रही है। मैं वैश्विक विमानन के बारे में बात कर रहा हूं। यह अगले चार से पांच साल तक बाधित आपूर्ति वाला बाजार बना रहेगा।’

First Published - March 18, 2025 | 11:04 PM IST

संबंधित पोस्ट