कंपनियां

नवी मुंबई एयरपोर्ट में Adani Group का बड़ा दांव, 2030 तक करेगी 57,333 करोड़ रुपये का निवेश

अदाणी समूह 2030 तक नवी मुंबई एयरपोर्ट पर ₹57,333 करोड़ निवेश करेगा, टर्मिनल-1, टर्मिनल-2, दो रनवे, कार्गो टर्मिनल और मेट्रो कनेक्टिविटी होगी तैयार।

Published by
दीपक पटेल   
Last Updated- June 23, 2025 | 9:52 PM IST

नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में दो नए यात्री टर्मिनल, दो रनवे, मल्टी मोडल ट्रांसपोर्ट हब, कार्गो टर्मिनल और हवाई अड्डा परिसर के भीतर मेट्रो कनेक्टिविटी के लिए अदाणी समूह वित्त वर्ष 2030 तक 57,333 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना बना रहा है। बिज़नेस स्टैंडर्ड ने इस बारे में दी गई आधिकारिक सूचना को देखा है। इस निवेश से हवाई अड्डा परियोजना के पांच में से तीन चरण पूरे हो जाएंगे।

हवाई अड्डों के लिए आर्थिक नियामकीय प्राधिकरण (एईआरए) ने 20 जून को जारी आदेश में हवाई अड्डे के लिए एड-हॉक टैरिफ वसूलने की बात कही थी। इसमें हवाई अड्डे से रवाना हो रहे घरेलू यात्रियों से 620 रुपये और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से 1,225 रुपये का अंतरिम उपयोगकर्ता विकास शुल्क (यूडीएफ) लेने की मंजूरी दी गई है। हवाई अड्डे पर उतरने वाले घरेलू यात्रियों से 270 और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से 525 रुपये लिए जाएंगे।

एईआरए ने कहा है कि ये शुल्क हवाई अड्डे का वाणिज्यिक उपयोग शुरू होने वाले दिन से वसूले जाएंगे। हवाई अड्डा इस साल अगस्त से शुरू होगा और अगले साल 31 मार्च तक या नियमित शुल्क लागू होने तक यह व्यवस्था जारी रहेगी। अदाणी समूह की नवी मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (एन-मायल) हवाई अड्डा परियोजना का निर्माण और प्रबंधन कर रही है।

एईआरए ने कहा कि नियमित टैरिफ तय करने के लिए नियामकीय व्यवस्था और हितधारकों के साथ विस्तृत परामर्श की जरूरत पड़ती है, इसलिए तब तक नियामकीय अनुपस्थिति से बचने के लिए एड-हॉक टैरिफ लिया जा रहा है। प्राधिकरण ने घरेलू उड़ानों के लिए 1,400 रुपये प्रति टन और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए 1,850 प्रति टन के विमान लैंडिंग शुल्क की भी मंजूरी दी है।

हवाई अड्डा बनाने के पहले दो चरण में 22,531 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है, जो हवाई अड्डा स्थल के दक्षिणी हिस्से पर केंद्रित है। इससे सालाना 2 करोड़ यात्रियों और 5 लाख टन कार्गो की क्षमता तैयार होगी। इसमें 3,700 मीटर लंबा दक्षिणी रनवे, पूरी लंबाई वाला दोहरा टैक्सी मार्ग, टर्मिनल 1, 29 कॉन्टैक्ट स्टैंड वाला एप्रन और एक एकीकृत कार्गो एवं सामान्य विमानन टर्मिनल शामिल है।

टर्मिनल 1 हवाई अड्डे के केंद्र में स्थित बहुस्तरीय ढांचा होगा, जिसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए एक बड़ी कार पार्किंग की भी सुविधा होगी। इसके अलावा इस चरण में एक अंतरिम हवाई यातायात कंट्रोल (एटीसी) और दमकल भी बनाया जा रहा है। साथ ही हवाई अड्डे की पूर्वी और पश्चिमी दोनों सीमाओं से पहुंचने के लिए नई सड़क भी बनाई जा रही है।

वित्त वर्ष 2026 से शुरू होने वाले तीसरे चरण का उद्देश्य हवाई अड्डे की क्षमता बढ़ाकर सालाना 5 करोड़ यात्री और 12 लाख टन कार्गो तक करना है। इसके अलावा मौजूदा निर्माण कार्य हवाई अड्डे के उत्तरी हिस्से में पहुंच जाएगा, जहां दूसरा रनवे, टर्मिनल 2 और विस्तारित कार्गो, एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल) और सामान्य विमानन सुविधाएं तैयार की जाएंगी।

नवी मुंबई हवाई अड्डे का टर्मिनल 2 सबसे बड़ा टर्मिनल होगा, जिसमें चार पियर, 3,500 कारों के लिए भूमिगत पार्किंग और कोड एफ विमान (ए 380 जैसे सबसे बड़े चौड़े आकार के विमान) के लिए संपर्क द्वार होंगे। इस चरण में 104 मीटर ऊंचा एयर ट्रैफिक कंट्रोलर भी बनाया जाएगा।

First Published : June 23, 2025 | 9:50 PM IST