भारतीय अरबपति गौतम अदाणी का समूह, अदाणी ग्रुप, इक्विटी शेयर बिक्री के माध्यम से 2-2.5 बिलियन अमेरीकी डॉलर जुटाने की योजना बना रहा है। जिसे जनवरी 2023 में एक अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए धोखाधड़ी के आरोपों के बाद एक वापसी के रूप में देखा जा रहा है। ऐसी उम्मीद है कि ग्रुप की दो कंपनियां, अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड 13 मई को बोर्ड की बैठक आयोजित करेंगी, ताकि इक्विटी शेयर या किसी अन्य योग्य सिक्योरिटी को इश्यू करके फंड उगाहने पर विचार किया जा सके।
सूत्रों के मुताबिक अदाणी ग्रुप यूरोप और मध्य पूर्व के निवेशकों के साथ 2 बिलियन अमेरीकी डॉलर और 2.5 बिलियन अमरीकी डॉलर के बीच जुटाने की सोच रहा है। खबरें हैं कि ये निवेशक अदाणी ग्रुप की कंपनियों में गहरी रुचि ले रहे हैं। गौर करने वाली बात है कि अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड को फरवरी 2023 में 20 हजार करोड़ रुपये का FPO लॉन्च करना था। लेकिन इसी बीच अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर ओवर वैल्यू दिखाने का आरोप लगाया था। जिसके बाद ग्रुप के शेयर तेजी से नीचे आए और FPO को निरस्त करना पड़ा।
रिपोर्ट में कंपनी पर अकाउंटिंग फ्रॉड और स्टॉक प्राइस में हेरफेर का आरोप लगाया गया था। जिससे शेयर बाजार में गिरावट आई, और ग्रुप की मार्केट वैल्यू 145 बिलियन अमेरिकी डॉलर गिरकर अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई।
Also Read: हिंडनबर्ग रिपोर्ट झूठी और आधारहीन, Adani को मिली क्लीनचिट
अडानी ग्रुप ने सभी आरोपों का खंडन किया है और उसके बाद से ग्रुप विभिन्न उपायों के माध्यम से बाजार का विश्वास वापस जीतने की कोशिश कर रहा है। जिसमें जल्दी कर्ज चुकाना, नई प्रोजेक्ट पर पहले जैसे खर्च करने की योजना और निवेशक रोड शो की सीरीज शामिल है। अडानी ग्रुप जो फंड जुटाना चाह रहा है, हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद वह सबसे बड़ी उधारी होगी। जुटाए गए फंड का उपयोग समूह की विस्तार प्रोजेक्ट की फंडिंग के लिए किया जाना है।