अदाणी ग्रुप की सीमेंट इकाइयों के एकीकरण की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने अंबुजा सीमेंट्स और अदाणी सीमेंटेशन के विलय को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय 18 जुलाई 2025 को अहमदाबाद बेंच द्वारा पारित किया गया।
विलय की इस योजना से अदानी ग्रुप की सीमेंट कारोबार को एकीकृत करने में मदद मिलेगी और इससे सिनर्जी (synergistic benefits) मिलेंगे। इसके तहत अदाणी सीमेंटेशन का समस्त कारोबार, संपत्तियां और अधिकार अब अंबुजा सीमेंट्स को स्थानांतरित हो जाएंगे।
NCLT ने अपने आदेश में कहा, “यह घोषणा की जाती है कि यह योजना (Scheme of Amalgamation) याचिकाकर्ता कंपनियों, उनके शेयरधारकों, ऋणदाताओं और संबंधित सभी पक्षों पर बाध्यकारी होगी।” विलय 1 अप्रैल 2024 से प्रभावी माना जाएगा।
इस इंटरग्रुप विलय योजना के तहत अदाणी एंटरप्राइजेज को 8.7 मिलियन अंबुजा सीमेंट्स के शेयर प्राप्त होंगे।
NCLT ने अंबुजा सीमेंट्स को निर्देश दिया है कि वह सेबी, बीएसई, एनएसई और लक्ज़मबर्ग स्टॉक एक्सचेंज के सभी नियमों और परिपत्रों का पालन करे। अंबुजा सीमेंट्स के ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसिप्ट्स (GDRs) लक्ज़मबर्ग स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हैं।
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अदाणी ग्रुप ने कहा है कि यह विलय दोनों कंपनियों के लिए मूल्यवर्धन (value addition) लाएगा और शेयरधारकों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
अदाणी सीमेंटेशन के पास गुजरात के लखपत में 275 मिलियन टन रिज़र्व वाले लाइमस्टोन माइंस की लीज़ है और उसने महाराष्ट्र के रायगढ़ में एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव भी रखा है।
अदाणी ग्रुप ने सितंबर 2022 में स्विस कंपनी होल्सिम से अंबुजा सीमेंट्स में कंट्रोलिंग हिस्सेदारी खरीदकर सीमेंट क्षेत्र में कदम रखा था। वर्तमान में, अंबुजा सीमेंट्स के पास 100 MTPA से अधिक उत्पादन क्षमता है, और यह FY 2026 तक 118 MTPA तथा FY 2028 तक 140 MTPA क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। ग्रुप ने Penna Cement, Sanghi Industries और Orient Cement जैसी कंपनियों का अधिग्रहण कर तेजी से विस्तार किया है।
वर्तमान में, भारत का सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता अदित्य बिरला ग्रुप की UltraTech Cement है, जिसकी कुल क्षमता 192.26 MTPA है। वहीं अदाणी ग्रुप अब देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक बन चुका है।
NCLT की मंजूरी के साथ, अदाणी ग्रुप अब अपने सीमेंट कारोबार को और भी अधिक संगठित और प्रभावी बना पाएगा। यह विलय न केवल संचालन को आसान बनाएगा बल्कि संसाधनों के बेहतर उपयोग और प्रतिस्पर्धा में मजबूती भी लाएगा। भारतीय सीमेंट उद्योग में अब UltraTech और Adani के बीच प्रतिस्पर्धा और तेज़ होने की संभावना है।