अदाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स (AAHL) ने अपनी परिचालन लागत घटाने पर ध्यान केंद्रित किया है। कंपनी ने अपनी परिचालन लागत में 30-50 प्रतिशत तक कमी लाने का दीर्घावधि लक्ष्य रखा है। AAHL के मुख्य कार्याधिकारी अरुण बंसल ने बुधवार को कहा कि इसके लिए कंपनी डिजिटलीकरण, अनुभवी कर्मियों और विमानन क्षेत्र में अन्य हितधारकों के साथ भागीदारी पर ध्यान केंद्रित करेगी।
अदाणी समूह की कंपनी AAHL मौजूदा समय में मुंबई, अहमदाबाद, लखनऊ, मेंगलूरु, जयपुर, गुवाहाटी, और तिरुवनंतपुरम में सात हवाई अड्डों का प्रबंधन करती है। वह नवी मुंबई हवाई अड्डा भी तैयार कर रही है जिसके 2024 के अंत तक परिचालन में आने का अनुमान है।
कंपनी ने बुधवार को कहा कि विस्तार की रफ्तार को लेकर वह नए सिरे से विचार नहीं कर रही है। इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि उसका निवेश कार्यक्रम सरकार को सौंपी गई योजना के अनुरूप ही रहेगा। अमेरिका की शॉर्ट-सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह द्वारा चुनौतियों का सामना करने की पृष्ठभूमि में कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी (CEO) अरुण बंसल ने यह टिप्पणी की।
कापा इंडिया के विमानन सम्मेलन में शामिल होने आए बंसल से पूछा गया था कि समूह के समक्ष चुनौतियों के चलते क्या विस्तार की गति और हवाई अड्डा कारोबार में निवेश को लेकर पुन: विचार किया जा रहा है। इस पर उन्होंने कहा, ‘नहीं। हमने अपनी प्रतिबद्धता जता दी है और सरकार के समक्ष योजना पेश कर दी है। हमने जो भी योजना दी हैं, उसी के मुताबिक निवेश किए जा रहे हैं।’
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अधिकारी से सवाल किया गया कि हवाई अड्डों के लिए कोष में क्या किसी तरह की कमी आई है। इस पर उन्होंने कहा, ‘हमने सरकार को जो योजना दी है वह सार्वजनिक दस्तावेज है और हम उन्हीं योजनाओं के मुताबिक आगे बढ़ रहे हैं।’