Wheat Prices: गेहूं अब महंगा होने लगा है। सप्ताह भर में गेहूं के दाम 100 रुपये क्विंटल से ज्यादा बढ़ चुके हैं। कारोबारियों के मुताबिक आगे गेहूं की कीमतों में और तेजी आ सकती है। गेहूं महंगा होने की वजह निचले भाव पर खरीद बढ़ने के साथ आवक कमजोर पड़ना है।
गेहूं के दाम 100 से 130 रुपये क्विंटल बढ़े
उत्तर प्रदेश की हरदोई मंडी के गेहूं कारोबारी संजीव अग्रवाल ने बताया कि इस माह मंडियों में गेहूं की आवक कमजोर पड़ी है। इन दिनों मंडी में 10 हजार बोरी गेहूं की आवक हो रही है, पिछले महीने 15 हजार बोरी से अधिक आवक हो रही थी। आवक कमजोर पड़ने से गेहूं की कीमतों में तेजी आई है। सप्ताह भर में गेहूं के दाम 100 रुपये बढ़कर 2,300 रुपये प्रति क्विंटल हो चुके हैं।
दिल्ली के गेहूं कारोबारी महेंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में बीते एक सप्ताह के दौरान गेहूं के दाम 130 रुपये बढ़कर 2,440 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। जिंस विश्लेषक और एग्रीटेक कंपनी green agrevolution pvt ltd में रिसर्च हेड इंद्रजीत पॉल ने बताया कि 2,100 से 2,200 रुपये के भाव पर मिल वाले और अन्य खरीदारों ने गेहूं की खरीद खूब की है। इससे गेहूं की कीमतों में अब तेजी आ रही है।
इस महीने आवक भी सुस्त है। इस माह मंडियों में 18 मई तक करीब 30 लाख टन गेहूं की आवक हुई है, जबकि पिछले महीने 119 लाख टन आवक हुई है। इस महीने के बचे 13 दिनों में पिछले महीने जितनी आवक के लिए 90 लाख टन गेहूं की आवक होना मुश्किल है।
आगे और महंगा हो सकता है गेहूं
अग्रवाल ने कहा कि सरकार भले ही बेमौसम बारिश के कारण हुए नुकसान को दरकिनार कर ज्यादा गेहूं पैदा होने का दावा करे, लेकिन नुकसान के कारण इस साल पैदावार कम है। इसलिए आगे गेहूं और महंगा हो सकता है। हरदोई मंडी में भाव 2,400 रुपये तक जा सकते हैं। पॉल ने कहा कि अगले महीने तक दिल्ली में गेहूं के भाव 2,500 रुपये क्विंटल पार कर सकते हैं। अगर सरकार ने खुले बाजार में गेहूं बेचने की स्कीम नहीं निकाली तो भाव 2,600 रुपये क्विंटल तक भी जा सकते हैं।