सोने की मांग के लिहाज से मौजूदा सीजन अब तक उम्मीदों पर पूरी तरह खरा नहीं उतरा है।
कारोबारियों के मुताबिक, इस वक्त सोने की मांग में सामान्य दिनों के मुकाबले 20 से 25 फीसदी का ही उछाल आया है। पिछले सालों का अनुभव रहा है कि त्योहारों के वक्त सोने की मांग कई गुना बढ़ जाती थी।
वैसे कारोबारियों और विश्लेषकों का मानना है कि दीवाली और शादी-विवाह के नजदीक पहुंचते-पहुंचते सोने की मांग तेजी से बढ़ सकती है। कारोबारियों का कहना है कि सोने की मांग घटने की मुख्य वजह इसकी कीमत में होने वाला उतार-चढ़ाव है।
देखा गया है कि पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमत 11,800 से लेकर 13,670 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच घटा और बढ़ा है। फिलहाल दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 520 रुपये की तेजी के साथ 13,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास चल रहा है।
वैश्विक बाजार में सोने में तेजी के रुख के चलते इसकी कीमत में यह तेजी हुई है। दिल्ली के ओम ज्यूलर्स के सुरेश वर्मा बताते हैं कि इस बार सोने की मांग में वैसी तेजी नहीं देखी जैसा पिछले त्योहारों में दिखा करती थी। कीमतों के तेजी से चढ़ने और उतरने से सोने के खरीदार इससे दूर ही रह रहे हैं।
फिलहाल कीमत घटने की आस में उपभोक्ता देखो और इंतजार करो की नीति अपना रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के निदेशक धर्मेश सोदा ने बताया कि सोने की कीमत घट रही है लिहाजा इसकी मांग में बढ़ोतरी होनी चाहिए।
उन्होंने उम्मीद जतायी कि जो लोग नवरात्र की शुरुआत में चाहते हुए भी सोना नहीं खरीद पाए वे आगे सोने की खरीदारी जरूर करेंगे। उन्होंने कहा कि नवरात्र के दौरान सोने की खरीदारी बढ़ी है और यह एक सकारात्मक संकेत है। अनुमान है कि दीवाली नजदीक आते ही सोने की मांग में और उछाल आएगा जो शादी-विवाह के सीजन तक जारी रहेगा।
सोदा ने बताया कि सोने की खरीदारी के लिहाज से पिछले साल की पहली छमाही बहुत ही बढ़िया रही लेकिन दूसरी तिमाही में उतनी खरीदारी नहीं हो पायी। इस साल पहली छमाही का प्रदर्शन तो काफी निराशाजनक रहा है इसलिए उन्होंने उम्मीद जताई कि साल की दूसरी छमाही में सोने की जमकर खरीदारी होगी।