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Silver Price Rally: चांदी की कीमतें रिकॉर्ड हाई पर, MCX पर भाव पहली बार ₹2 लाख के पार

Silver Price Rally: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कॉमैक्स चांदी वायदा कीमतें बढ़कर 64.74 डॉलर प्रति औंस के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं

Last Updated- December 12, 2025 | 3:39 PM IST
Silver prices hit record Rs 2 lakh

Silver prices hit record Rs 2 lakh: चांदी की कीमतों में शुक्रवार को जोरदार तेजी देखने को मिली और वायदा बाजार में पहली बार यह रिकॉर्ड 2 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर गई। इसके पीछे निवेशकों की मजबूत मांग और वैश्विक बाजारों से मिले पॉजिटिव रुझान रुझान मुख्य वजह रहे। लगातार चौथे दिन बढ़त दर्ज करते हुए, मार्च डिलीवरी वाली चांदी के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट (वायदा अनुबंध) में 1,420 रुपये यानी 0.71 फीसदी की बढ़त हुई और यह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 2,00,362 रुपये प्रति किलोग्राम के अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंच गई। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कॉमैक्स चांदी वायदा कीमतें बढ़कर 64.74 डॉलर प्रति औंस के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं।

फेड रेट कट से चांदी में और तेजी की उम्मीद

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड में कमोडिटी रिसर्च के हेड हरीश वी ने कहा, “अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने लगातार बनी महंगाई के बीच ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर उन्हें 3.50%-3.75% कर दिया है। इस फैसले से कीमती धातुओं में तेजी का रुझान और मजबूत हुआ है। कम ब्याज दरों के कारण सोना और चांदी जैसी धातुओं को रखने की लागत कम हो जाती है। इससे इन धातुओं में नया निवेश आता है। बुलियन की कीमतें पहले से ही रिकॉर्ड स्तर पर हैं। अब यह नीतिगत बदलाव तेजी को और बढ़ावा दे रहा है, क्योंकि आर्थिक अनिश्चितता और महंगाई के माहौल में लोग सुरक्षित निवेश विकल्पों की तरफ जा रहे हैं।”

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चांदी की औद्योगिक मांग मजबूत

उन्होंने आगे कहा कि ब्याज दरों में कटौती के बाद अमेरिकी डॉलर में आई कमजोरी ने भी सोने और चांदी की कीमतों को और समर्थन दिया है, क्योंकि कमजोर डॉलर इन धातुओं को दुनियाभर के खरीदारों के लिए सस्ता बना देता है। बुलियन में जोरदार तेजी की वजह संरचनात्मक सप्लाई की कमी, चांदी की मजबूत औद्योगिक मांग और लगातार बढ़ रहे ETF इनफ्लो हैं। लंबे समय से मौजूद रेजिस्टेंस लेवल के ऊपर तकनीकी ब्रेकआउट ने खरीदारी की रुचि को और बढ़ाया है। वहीं भू-राजनीतिक जोखिम और महंगाई से बचाव की जरूरत के कारण, अल्पकालिक उतार-चढ़ाव के बावजूद, सोना-चांदी के प्रति लंबी अवधि का रुख मजबूत बना हुआ है।

First Published - December 12, 2025 | 3:16 PM IST

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