facebookmetapixel
अगस्त के दौरान भारत का विदेश में प्रत्यक्ष निवेश लगभग 50 प्रतिशत घटाभारत के बैंकों में विदेशी निवेश भारतीय रिजर्व बैंक और सरकार के कारण बढ़ासरकारी बैंकों में 26% जनधन खाते निष्क्रिय, सक्रिय खातों की संख्या और कम होने का अनुमानअमेरिका से व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा भारतीय अधिकारियों का दलभारतीय कंपनियों ने H1FY26 में बॉन्ड से जुटाए ₹5.47 लाख करोड़, दूसरी तिमाही में यील्ड बढ़ने से आई सुस्तीकंपनियों के बीच बिजली नेटवर्क साझा करना आसान नहीं, डिस्कॉम घाटा और पीपीए लागत बड़ी चुनौतीडिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन ने चेताया – आंकड़ों पर निर्भरता से जोखिम संभवअक्टूबर की समीक्षा बैठक में ब्याज दरों को स्थिर रखने का किया गया फैसलाअब तक के उच्चतम स्तर पर कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर, और बढ़ सकता है पृथ्वी का तापमानअदाणी का एआई आधारित विस्तार के लिए ‘दो-स्तरीय संगठन’ पर जोर

Rupee vs Dollar: आरबीआई के हस्तक्षेप से रुपये को मिली मजबूत, लगाई 4 महीने की सबसे बड़ी छलांग

रुपया 0.7 फीसदी बढ़कर 88.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जबकि पिछली बार यह 88.80 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था

Last Updated- October 15, 2025 | 9:14 PM IST
rupees

Rupee vs Dollar: बुधवार को रुपये में 24 जून के बाद की सबसे बड़ी एकदिवसीय बढ़त दर्ज की गई। भारतीय रिजर्व बैंक ने डॉलर की बिकवाली के जरिये भारी हस्तक्षेप किया, लिहाजा रुपये में बढ़त दर्ज की गई। कुछ ट्रेडरों ने रुपये के मुकाबले अपनी पोजीशन की बिकवाली की, जिससे स्थानीय मुद्रा को और बल मिला। डीलरों ने यह जानकारी दी।

रुपया 0.7 फीसदी बढ़कर 88.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जबकि पिछली बार यह 88.80 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान घरेलू मुद्रा 88 प्रति डॉलर के स्तर को पार कर 87.95 प्रति डॉलर के दिन के उच्चतम स्तर को छू गई।

आईएफए ग्लोबल के संस्थापक एवं सीईओ अभिषेक गोयनका ने कहा, रुपये ने आज उल्लेखनीय वापसी की और रिकॉर्ड निचले स्तर से उछलकर 88.07 के आसपास बंद हुआ क्योंकि आरबीआई ने मुद्रा पर सटोरिया हमलों का मुकाबला करने के लिए निर्णायक कदम उठाए।

उन्होंने कहा, सत्र के आरंभ में केंद्रीय बैंक द्वारा सरकारी बैंकों के माध्यम से आक्रामक डॉलर बिक्री से शॉर्ट कवरिंग की लहर शुरू हो गई, जिससे पिछले कुछ दिनों से बनी मंदी की भावना तेजी से पलट गई।

बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि फेड अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की नरम रुख वाली टिप्पणियों से आगामी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ने के बाद अमेरिकी कमजोर डॉलर हुआ, जिससे रुपये में तेज सुधार हुआ। अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता को लेकर नए सिरे से आशावाद के साथ सकारात्मक वैश्विक धारणा ने भी मुद्रा को सहारा दिया।

डॉलर सूचकांक 0.57 फीसदी गिरकर 98.85 पर आ गया। यह छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापता है।

First Published - October 15, 2025 | 9:11 PM IST

संबंधित पोस्ट