facebookmetapixel
Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण ने पकड़ा जोर, अस्पतालों में सांस की बीमारियों के मरीजों की बाढ़CBDT ने ITR रिफंड में सुधार के लिए नए नियम जारी किए हैं, टैक्सपेयर्स के लिए इसका क्या मतलब है?जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा बड़ा जाल फरीदाबाद में धराशायी, 360 किलो RDX के साथ 5 लोग गिरफ्तारHaldiram’s की नजर इस अमेरिकी सैंडविच ब्रांड पर, Subway और Tim Hortons को टक्कर देने की तैयारीसोने के 67% रिटर्न ने उड़ा दिए होश! राधिका गुप्ता बोलीं, लोग समझ नहीं रहे असली खेलIndusInd Bank ने अमिताभ कुमार सिंह को CHRO नियुक्त कियाहाई से 40% नीचे मिल रहा कंस्ट्रक्शन कंपनी का शेयर, ब्रोकरेज ने कहा- वैल्यूएशन सस्ता; 35% तक रिटर्न का मौकात्योहारी सीजन में दिखा खरीदारी का स्मार्ट तरीका! इंस्टेंट डिजिटल लोन बना लोगों की पहली पसंदQ2 में बंपर मुनाफे के बाद 7% उछला ये शेयर, ब्रोकरेज बोले – BUY; ₹298 तक जाएगा भावNifty Smallcap में गिरावट की चेतावनी! 3 तकनीकी संकेत दे रहे हैं 5% क्रैश का इशारा

निपटान से पहले रॉलओवर घटा, दलाल नहीं जोखिम के लिए तैयार

Last Updated- December 05, 2022 | 4:58 PM IST

सोमवार को बेंचमार्क मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। ईस्टर की छुट्टी के बाद खुले शेयर बाजार में तेजी का रुख रहेगा, इस उम्मीद में मंदड़ियों ने शार्ट कवरिंग की, लेकिन बहुत कम मात्रा में।


निफ्टी मार्च में वायदा खत्म होने और अप्रैल में रॉलओवर होने में तीन दिन ही शेष बचे हैं। बावजूद इसके पिछले माह की तुलना में इस माह वायदा में नरमी देखी गई। पिछले माह जहां 35.8 फीसदी का रॉलओवर हुआ, वहीं इस माह यह गिरकर 27.6 फीसदी तक पहुंच गया।निफ्टी अप्रैल वायदा रॉलओवर में मार्च के वायदा खत्म होने के तीन दिन पहले तक 109 लाख शेयरों का रॉलओवर हुआ, जबकि फरवरी के वायदा खत्म होने के तीन दिन पहले 15.9 लाख शेयरों का रॉलओवर हुआ था।


डेरिवेटिव्स विश्लेषकों का मानना है कि सोमवार को निफ्टी में मार्च का वायदा खत्म होने के तीन दिन पहले और अप्रैल रॉलओवर में प्रीमियम पर कारोबार हुआ। मार्च निफ्टी में 22 प्वांइट प्रीमियम पर रॉलओवर हुआ। निफ्टी अप्रैल वायदा रॉलओवर में 17 प्वाइंट के प्रीमियर पर कारोबार हुआ।


रॉलओवर में गिरावट का मतलब यह है कि डेरिवेटिव्स में कारोबार करने वाले जोखिम उठाने को तैयार नहीं हैं। उधर, मदड़िया पिछले कुछ दिनों के दौरान निफ्टी वायदा में बहुत कम खरीदारी की। इससे वायदा बाजार में तेजी का रुख नहीं आ पाया है।  यही वजह रही कि 13 मार्च को 447.8 लाख शेयरों की तुलना में सोमवार को 398.8 लाख शेयरों का कारोबार हुआ।


बाजार के वर्तमान हालत को देखते हुए विदेशी संस्थागत निवेशक भी जोखिम उठाने को तैयार नहीं हैं। 13 मार्च से उन्होंने 1.84 लाख इंडेक्स वायदा सौदे किए है। इससे इंडेक्स फ्यूचर में ओपन इन्ट्रेस्ट 75 हजार सौदे घटकर 9.84 लाख सौदे रह गया है।

First Published - March 24, 2008 | 10:38 PM IST

संबंधित पोस्ट