facebookmetapixel
दूसरे चरण के लोन पर कम प्रावधान चाहें बैंक, RBI ने न्यूनतम सीमा 5 फीसदी निर्धारित कीभारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर जल्द सहमति की उम्मीद, ट्रंप बोले—‘हम बहुत करीब हैं’बीईई के कदम पर असहमति जताने वालों की आलोचना, मारुति सुजूकी चेयरमैन का SIAM के अधिकांश सदस्यों पर निशानाइक्जिगो बना रहा एआई-फर्स्ट प्लेटफॉर्म, महानगरों के बाहर के यात्रियों की यात्रा जरूरतों को करेगा पूरासेल्सफोर्स का लक्ष्य जून 2026 तक भारत में 1 लाख युवाओं को एआई कौशल से लैस करनाअवसाद रोधी दवा के साथ चीन पहुंची जाइडस लाइफसाइंसेजQ2 Results: ओएनजीसी के मुनाफे पर पड़ी 18% की चोट, जानें कैसा रहा अन्य कंपनियों का रिजल्टअक्टूबर में स्मार्टफोन निर्यात रिकॉर्ड 2.4 अरब डॉलर, FY26 में 50% की ग्रोथसुप्रीम कोर्ट के आदेश से वोडाफोन आइडिया को एजीआर मसले पर ‘दीर्घावधि समाधान’ की उम्मीदछोटी SIP की पेशकश में तकनीकी बाधा, फंड हाउस की रुचि सीमित: AMFI

Rice Export: निर्यात पर अंकुश से घटने लगा गैर बासमती चावल का निर्यात

केंद्र सरकार ने बढ़ती कीमतों को काबू में करने के लिए इस साल 20 जुलाई को गैर-बासमती सफेद चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।

Last Updated- September 21, 2023 | 5:03 PM IST
Principal Commodity export: Now the export of principal commodity started increasing, export of non-basmati rice also improved from before अब बढ़ने लगा प्रमुख कमोडिटी का निर्यात, गैर बासमती चावल का निर्यात भी पहले से सुधरा

गैर बासमती चावल निर्यात पर अंकुश का असर दिखने लगा है। इस चावल के निर्यात में अब गिरावट दर्ज की जा रही है। केंद्र सरकार ने बढ़ती कीमतों को काबू में करने के लिए इस साल 20 जुलाई को गैर-बासमती सफेद चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। देश से निर्यात होने वाले कुल गैर बासमती चावल में इसकी हिस्सेदारी 25 फीसदी है। इसके पहले पिछले साल सितंबर में टूटे चावल का निर्यात भी रोक दिया गया था।

यह भी पढ़ें : India-Canada Dispute: कनाडा से रार, मसूर आयात पर संकट

गैर बासमती चावल का निर्यात घटा, बासमती का बढ़ा
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण(एपीडा) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जुलाई अवधि में 53.58 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ, जबकि पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 58.16 लाख टन था। इस तरह चालू वित्त वर्ष में जुलाई तक गैर बासमती चावल के निर्यात में 2.77 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है। आगे इसके निर्यात में और गिरावट आ सकती है क्योंकि कुल गैर बासमती चावल में 25 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले गैर बासमती सफेद चावल पर 20 जुलाई से रोक लगा दी गई है। जिसका असर आगामी महीनों के निर्यात आंकड़ों में दिखेगा। गैर बासमती चावल के उलट बासमती चावल के निर्यात में इजाफा हुआ है। इस साल अप्रैल-जुलाई अवधि में 16.09 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ है, जो पिछली समान अवधि में निर्यात हुए 15.06 लाख टन बासमती चावल से 13.19 फीसदी अधिक है।

यह भी पढ़ें : Onion Price: क्या बढ़ेगी प्याज की कीमतें! नासिक में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए व्यापारी

प्रमुख कमोडिटी के निर्यात में गिरावट
चालू वित्त वर्ष के दौरान प्रमुख कमोडिटी के निर्यात में भी सुस्ती देखी जा रही है। वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जुलाई अवधि में 839.3 करोड़ डॉलर मूल्य की प्रमुख कमोडिटी का निर्यात हुआ है, जो पिछली समान के 958.9 करोड़ डॉलर की तुलना में 12.37 फीसदी कम है। मूल्य के लिहाज से पशु उत्पादों के निर्यात में 8.85 फीसदी, अनाजों के निर्यात में करीब 22 फीसदी, फूलों के निर्यात में 5.78 फीसदी और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के निर्यात में करीब एक फीसदी गिरावट आई है। हालांकि ताजे फल व सब्जी के निर्यात में करीब 16 फीसदी इजाफा हुआ है।

First Published - September 21, 2023 | 5:03 PM IST

संबंधित पोस्ट