इस सप्ताह रबी फसलों की बोआई में थोड़ा सुधार देखने को मिला। 27 जनवरी तक रबी फसलों के रकबे में 3.26 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि पिछले सप्ताह तक 2.86 फीसदी बढ़ोतरी थी। इस साल सरसों की फसल ज्यादा बोई जा रही है। किसान चने की बोआई कम कर रहे हैं। जबकि गेहूं की बोआई कमाबेश स्थिर है। रबी फसलों की बोआई अब खत्म होने के कगार पर है।
रबी फसलों का कुल रकबा 3.26 फीसदी बढ़ा
चालू रबी सीजन में 27 जनवरी तक 700.92 लाख हेक्टेयर में रबी की फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछले साल की समान अवधि में 678.78 लाख हेक्टेयर में बोई गई रबी की फसलों से 3.26 फीसदी अधिक है। अब तक दलहन फसलों की 165.35 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में बोआई हो चुकी है, पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 164.51 लाख हेक्टेयर था। दलहन फसलों की बोआई पिछले साल से महज आधा फीसदी ही अधिक है। इस साल तिलहन फसलों की बोआई खूब हो रही है। इस सप्ताह तक तिलहन फसलों का रकबा 108.34 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, जो पिछले साल 100.50 लाख हेक्टेयर में बोई गई तिलहन फसलों से 7.80 फीसदी ज्यादा है।
सरसों की बोआई 7.69 फीसदी और गेहूं की 0.37 फीसदी बढ़ी
रबी सीजन की सबसे बड़ी फसल गेहूं 27 जनवरी तक 341.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में बोया जा चुका है, जो पिछले साल की समान अवधि में 340.56 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से महज 0.37 ही फीसदी ज्यादा है। रबी सीजन की तीसरी प्रमुख फसल सरसों इस साल खूब बोई जा रही है। इस सप्ताह तक 97.17 लाख हेक्टेयर में सरसों की बोआई हो चुकी है। पिछले साल की समान अवधि में सरसों का रकबा 90.23 लाख हेक्टेयर था। पिछले साल से इस साल सरसों की बोआई में 7.69 फीसदी इजाफा हुआ है।
चने का रकबा 1.36 फीसदी घटा
चालू रबी सीजन में चने की बोआई की शुरुआत कमजोर हुई थी। हालांकि बीच में आकर चने की बोआई भी जोर पकड़ने लगी और कुछ सप्ताह तक पिछले साल की तुलना में चने का रकबा बढ़ने लगा। लेकिन पिछले तीन सप्ताह से इसका रकबा घट रहा है। चालू रबी सीजन में 27 जनवरी तक 111.35 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में चने की बोआई हो चुकी है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 112.89 लाख हेक्टेयर में चना बोया गया था। आंकड़ों से जाहिर है कि इस साल चने की बोआई में अब तक 1.36 फीसदी की कमी आई है।