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महंगाई ने पूरी की बरसों की मुराद

Last Updated- December 05, 2022 | 9:26 PM IST

तमाम कोशिशों के बावजूद भी घरेलू वनस्पति उद्योग के लिए जो काम अब तक नहीं हो सका, वह इस महंगाई की वजह से संभव हो गया है।


पिछले दिनों सरकार ने वनस्पति तेल उद्योग में कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल हो रहे कच्चे पाम ऑयल पर लगने वाले 45 फीसदी सीमाशुल्क को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। कारोबारी सरकार के इस कदम से खुश हैं कि उनका कारोबार अब जाकर नेपाल और श्रीलंका से होनेवाले वनस्पति तेल के डयूटी-फ्री आयात से मुकाबला कर सकेगा।


वनस्पति तेल के कारोबारियों की लंबे अरसे से मांग रही है कि वनस्पति तेल के मुख्य कच्चा माल यानि क्रूड पॉम ऑयल(सीपीओ) पर लगने वाले सीमाशुल्क को खत्म किया जाए। पर उनकी यह मांग अब जाकर पूरी हुई है, जब महंगाई सातवें आसमान पर पहुंच चुकी है। महंगाई पर लगाम कसने के लिए उठाए गए कदमों के तहत पिछले दिनों सरकार ने तय किया कि क्रूड पाम ऑयल पर आयात शुल्क 45 से शून्य फीसदी किया जाएगा।


गगन ब्रांड चलाने वाले अमृत बनस्पति कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक एस.सी. अग्रवाल के अनुसार यह इस उद्योग के लिए एक सकारात्मक पहल है। अब जाकर घरेलू और आयातित वनस्पति तेल के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा। 1998 में भारत का श्रीलंका के साथ एक मुक्त व्यापार समझौता हुआ था जिसके तहत श्रीलंका हरेक साल 2.5 लाख टन वनस्पति तेल का डयूटी रहित निर्यात कर सकता है।


वहीं नेपाल के साथ हुए समझौते के मुताबिक वहां से प्रति वर्ष 1 लाख टन वनस्पति तेल यहां आ सकता है। इस तरह केवल इन दोनों देशों से ही 3.5 लाख टन का डयूटी रहित माल यहां आ जाता है जो कुल कारोबार का 25 फीसदी है। इन दोनों ही देशों में वनस्पति तेल उत्पादकों को डयूटी रहित कच्चा पाम ऑयल मिलता है पर अब तक भारत के उत्पादकों को इस कच्चे माल पर काफी ज्यादा शुल्क देना पड़ रहा था। इससे यहां के कारोबारियों को नेपाल और श्रीलंका के कारोबारियाें से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ता है।


अभी ज्यादा दिन नहीं बीते जब क्रूड पाम ऑयल पर 88.8 प्रतिशत तक का सीमा शुल्क यहां के कारोबारियों को चुकाना पड़ता था। पर अगस्त 2006 से अभी तक यह सीमा शुल्क घटाकर शून्य कर दिया गया है। पिछले एक महीने में तो इसमें 45 फीसदी तक की कमी हुई है।


इस कटौती से पहले भारत में तैयार होनेवाले वनस्पति तेल के 15 किलोग्राम वाले डिब्बे की कीमत 1,050 रुपये होती थी पर कटौती के बाद इसकी कीमत घटकर 850 रुपये प्रति डिब्बे रह जाएगी। उधर नेपाल और श्रीलंका में तैयार होनेवाले तेल की कीमत 1,000 प्रति 15 किलोग्राम आती है जो आगे भी इसी के आसपास रहेगी।


उलटबांसी



कच्चे पाम ऑयल पर 45 फीसदी सीमाशुल्क खत्म करने से कारोबारी खुश  नेपाल और श्रीलंका से होनेवाले वनस्पति तेल के डयूटी-फ्री आयात से कर सकेंगे मुकाबलाठ्ठ दोनों ही देशों में वनस्पति तेल उत्पादकों को डयूटी रहित कच्चा पाम ऑयल मिलता है।

First Published - April 15, 2008 | 3:14 AM IST

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