चालू वित्त वर्ष में भारतीय प्याज का निर्यात तेजी से बढ़ रहा है। यह शुरुआती 7 महीने में ही पिछले वित्त वर्ष के कुल निर्यात के 88 फीसदी के बराबर पहुंच चुका है। पिछली समान अवधि की तुलना में इसके निर्यात में 38 फीसदी इजाफा हुआ है। निर्यात में इतनी बड़ी वृद्धि की वजह देश में प्याज के दाम कम होना है। प्याज सस्ता होने से निर्यात बाजार में भारतीय प्याज की मांग बढ़ रही है। निर्यातकों को पिछले वित्त वर्ष निर्यात वाला प्याज 22 से 25 रुपये किलो मिला था, इस वित्त वर्ष 18 से 20 रुपये किलो के हिसाब से मिल रहा है।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में प्याज निर्यात 38 फीसदी बढ़ा
केंद्र सरकार के वाणिज्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022-23 की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में 13.54 लाख टन प्याज का निर्यात हो चुका है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 9.81 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ था। इस तरह इस वित्त वर्ष प्याज के निर्यात में करीब 38 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बांग्लादेश को सबसे ज्यादा 3.94 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ है। इसके बाद मलेशिया को 2.23 लाख टन, यूएई को 1.85 लाख टन, श्रीलंका को 1.47 लाख टन और नेपाल को करीब 1 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ है।
पिछले वित्त वर्ष के 88 फीसदी के बराबर 7 महीने में ही निर्यात
वर्ष 2022-23 में इतना अधिक प्याज का निर्यात हो रहा है कि पहले 7 महीने (अप्रैल-अक्टूबर) में निर्यात पिछले वित्त वर्ष के कुल निर्यात के 88 फीसदी के करीब पहुंच चुका है। पिछले वित्त वर्ष प्याज का कुल 15.38 लाख टन निर्यात हुआ था, जबकि इस वित्त वर्ष के 7 महीने में ही 13.54 लाख टन निर्यात हो चुका है।
मलेशिया को इस वित्त वर्ष अक्टूबर तक 2.23 लाख टन निर्यात हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष कुल 1.70 लाख टन निर्यात हुआ था। यूएई को पिछले वित्त वर्ष कुल 1.22 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ था, जबकि इस वित्त वर्ष के 7 महीने में 1.85 लाख टन निर्यात हो चुका है। जाहिर है पिछले वित्त वर्ष हुए कुल निर्यात से यूएई को करीब 53 फीसदी और मलेशिया को करीब 31 फीसदी ज्यादा निर्यात इस वित्त वर्ष के पहले 7 महीने में ही हो चुका है।
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ओमान को पिछले वित्त के 14,586 टन की तुलना में 35,840 टन, इंडोनेशिया को 37,666 टन के मुकाबले 69,347 टन, कतर को 33,326 टन की तुलना में 47,892 टन, कुवैत को 24,219 टन के मुकाबले 28,253 टन और बहरीन को 14,386 टन के मुकाबले 15,968 टन 7 महीने में ही प्याज का निर्यात हो चुका है।
भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्रीराम गाढवे कहते हैं कि भारतीय प्याज सस्ता होने के साथ ही भरपूर होने के कारण इसका निर्यात बढ़ रहा है। आमतौर पर निर्यात बढ़ने पर दाम भी बढ़ने चाहिए। लेकिन देश में प्याज की रिकॉर्ड पैदावार के कारण भरपूर निर्यात के बावजूद इसके दाम सुस्त हैं।